पहाड़ी जिलों में प्रकृति का तांडव, चकराता में फटा बादल तो चमोली में भारी भूस्खलन
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
चमोली। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह तस्वीरें बेना कुली के आस-पास की हैं, जहां पर एन.एच के कार्य में लगी हुई सारी मशीनें मलबे की चपेट में आ गई हैं। हालांकि किसी की जान को यहां नुकसान नहीं पहुंचा है, लेकिन लगातार बारिश से नुकसान हो रहा है। प्रकृति के साथ अनावश्यक छेड़खानी भी कभी-कभी बहुत ज्यादा विनाशकारी हो जाती है। देखा जाए तो लामबगड़ के पास गदेरा उफान पर, बीच गदेरे में फंसा ट्रक, बाल-बाल बची चालक की जान, लगातार बारिश के चलते पड़गासी, पटुडी लामबगड के परिवारों में दहशत है, वहीं प्रशासन इन सब पर नजर बनाये रखा है।
बता दें कि, चमोली जिले में मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश जारी है। जिसके चलते बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लामबगड़ के पास गधेड़ा उफान पर आ गया है। बद्रीनाथ के लिए माल सप्लाई कर रहा एक ट्रक बीच गधे में फंस गया है, जिसमें चालक और सह चालक ने किसी तरह से अपनी जान बचाई। वहीं आस-पास के गांव गधेरे के उफान को देखते हुए दहशत में हैं। जिसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा तहसील प्रशासन को दी गई है और प्रशासन मौके पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि, मई-जून के माह में इस तरह के हालात कभी देखने को नहीं मिले। लगातार बारिश से गदेरे उफान ऊपर आ रहे हैं, जिससे दहशत होना लाजमी है।
इन दिनों प्रदेश के लिए बारिश आफत बनकर आई है। दो दिनों से प्रदेशभर में हो रही बारिश से कई क्षेत्रों में भारी नुकसान भी हुआ है। देहरादून जिले के चकराता ब्लॉक के अंतर्गत कोला ग्रामसभा में बादल फटने से भारी नुकसान होने की खबर है।
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि, क्वांसी क्षेत्र में बिजनाड में बादल फटने से एक छानी क्षतिग्रस्त हो गई है, जबकि तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं। जिनमें से दो शव बरामद कर लिए गए हैं। बरामद शव मुन्ना दास और उसकी बेटी के बताए जा रहे हैं। इस आपदा में बड़ी मात्रा में बकरियों, भैंसें, गाय, खच्चर, बैल आदि मवेशियों का नुकसान हुआ है। मौके पर स्थानीय लोगों के साथ एसडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है, साथ ही राहत और बचाव कार्य में जुट गई है।