व्यापारियों के प्रतिष्ठान बंदकर, शराब की दुकानें खोल रही सरकार। साप्ताहिक कर्फ्यू की उड़ी धज्जियां
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली। देशभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की रोकथाम को लेकर उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में सप्ताह के 6 दिन दोपहर 2 बजे तक बाजार को खुले रखने और रविवार को पूरे दिन साप्ताहिक कर्फ्यू का एलान किया गया था। वहीं रविवार को थराली नगर क्षेत्र में कर्फ्यू का पूरी तरह पालन किया गया।
बाज़ारो के बंद होने के चलते नगर पंचायत थराली द्वारा भी नगर क्षेत्र में सेनेटाईजेशन का कार्य किया गया। नगर पंचायत के पर्यावरण मित्रो द्वारा कर्फ्यू के दौरान दुकानों के शटर और वाहनों को सेनेटाइज किया गया।
कर्फ्यू के दौरान राशन और सब्जियों की दुकानें तक बन्द रही। वहीं नगर क्षेत्र में केवल मेडिकल की दुकानें और शराब की दुकान ही खुली नजर आयी। हालांकि व्यापार संघ के अध्यक्ष संदीप रावत और प्रधान संघ के अध्यक्ष जगमोहन रावत ने कहा कि, साप्ताहिक बंदी में जहां आवश्यक सेवाओ में सम्मिलित राशन की दुकानें तक बंद हैं।
वहीं शराब की दुकानें खोलकर कर्फ्यू का मजाक उड़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, नगर क्षेत्र में अन्य दिन व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ ही शराब की दुकान भी 2 बजे बाद बन्द की जाए और साप्ताहिक कर्फ्यू के दौरान भी शराब की दुकानों को अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों की तरह ही पूरे दिन बन्द ही रखा जाए। क्योंकि जब कोरोना से रोकथाम और बचाव के लिए व्यापारी बंधु अपने व्यापार के नुकसान का न सोचते हुए आगे बढ़कर अपनी दुकानों को बंद रख रहे हैं, तो फिर सरकार क्यों शराब की दुकानों को खोलकर लोगो की जबरन आवाजाही इन दुकानों तक करवा रही है।