हरकी पैड़ी के सौन्दर्यकरण के बजट को अन्यत्र खर्च करने पर निशंक ने जताई नाराजगी। अधिकारियों को जमकर फटकार
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक एक दिवसीय हरिद्वार दौरे पर रहे। जहां किसान बिल पर प्रेस वार्ता के बाद उन्होंने हरिद्वार सीसीआर भवन में जिला प्रशासन और कुंभ मेला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। मंत्री निशंक ने कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत से कुम्भ कार्यो की जानकारी ली, इस दौरान सांसद निशंक ने हर की पैड़ी के सौन्दर्यकरण के बजट को रोड़ी बेलवाला में खर्च करने पर सख्त नाराजगी जताई और कार्यदायी संस्था यूपीडीसीसी के अधिकारियों को फटकार भी लगाई। वहीं निशंक ने हरिद्वार में यूपीसीएल द्वारा डाली गई अंडर ग्राउंड विद्युत लाइन के बाद खुदी हुई सड़कों पर भी नाराजगी जाहिर करते हुए हरिद्वार जिलाधिकारी को संबंधित विभागों के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने मोतीचूर के पास अंडरपास का निर्माण ना होने पर एनएचएआई के अधिकारियों को कल ही कार्य शुरू करने का निर्देश भी दिया। हालांकि बैठक के बाद सांसद निशंक ने नाराजगी की बात से पल्ला झाड़ लिया।
बताना जरूरी होगा कि, हरिद्वार पहुँचे केंद्रीय मंत्री व हरिद्वार साँसद रमेश पोखरियाल निशंक ने हर की पैड़ी के सौंदर्यकरण के लिए आया पैसा रोडीबेलवाला में खर्च करने पर संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। मंत्री निशंक ने साफ तौर से कहा इसके पीछे जो कोई भी जिम्मेदार है, उसका जवाब उन्हें चाहिए। उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है कि माँ गँगा की आरती को एक लाख लोग रोजाना देखे और सुने। लेकिन यहाँ पर तो इतनी लापरवाही बरती जा रही है कि, जो पैसा हर की पैड़ी के सौंदर्य करण के लिए आया उसे कही और लगाया जा रहा है। निशंक ने साफ तौर से ये भी कहा कि, ये क्यो हो रहा है वो सब जानते है। लेकिन इस बैठक में वो खुलेआम बहस नही करना चाहते।
उन्होंने कहा कि, जब डीएम मेलाधिकारी और स्वयं मुझे नही मालूम तो फिर वेपकोस ने डीपीआर किस से पूछकर तैयार की। इसके लिए उन्होंने दोबारा बैठक कर नए सिरे से काम शुरू करने की बात कही। वही केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का कहना है कि, आज मेरे द्वारा कुंभ मेले के कार्यों की समीक्षा की गई है। काफी कार्य हो रहे हैं। मुझे लगता है इस वक्त काफी परिस्थितियां बदली हुई है और कुंभ की तैयारी पूरी हो रही है। वही जब उनकी नाराजगी के बारे में पूछा गया तो वह कन्नी काटते नजर आए। उन्होंने कहा कि, कोई नाराजगी नहीं है मैंने कुंभ कार्यों की समीक्षा की है और उसका मतलब नाराजगी नहीं होता।
आपको बता दें कि, हर की पैड़ी के सौंदर्य करण के लिए इंडियन ऑयल ने 35 करोड़ रुपए अपने सीएसआर फण्ड से दिए थे, लेकिन वेपकोस, एनएमसीजी और नमामि गंगे के अधिकारियों ने डीपीआर तैयार करके इस बजट से रोडीबेलवाला में सौन्दर्यकरण का काम शुरू करवा दिया। मंत्री निशंक ने इस पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए हरिद्वार जिलाधिकारी को निरीक्षण कर जाँच रिपोर्ट सौंपने का आदेश भी दिया था। आज एक बार फिर से मंत्री निशंक ने इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई।