हाईवे पर भारी संख्या में बने स्पीड ब्रेकरों को लेकर कांग्रेस में आक्रोश। दिया अल्टीमेटम
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। लालढांग गेंड़ीखाता में हाईवे पर बने स्पीड ब्रेकर के विरोध में आज कांग्रेस द्वारा सांकेतिक धरना दिया गया। कांग्रेस द्वारा आरोप लगाया गया है कि, इस स्पीड ब्रेकर की वजह से स्थानीय ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेसियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर एनएचआई हाईवे पर बनाए गए स्पीड ब्रेकर को नहीं हटाती है तो उग्र आंदोलन भी किया जाएगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुरजीत लहरी का कहना कि, लालढांग क्षेत्र सीमावर्ती इलाका है। इस क्षेत्र में चंडी घाट पुल से लेकर कोटा वाली नदी तक वन विभाग का क्षेत्र है। इस वजह से यहां पर जंगली जानवर का आना-जाना लगा रहता है। लोग काफी तेजी से हाईवे पर चलते थे, इस वजह से काफी एक्सीडेंट भी होते थे। इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा निर्णय लिया गया और इस निर्णय से स्थानीय लोग भी सहमत थे कि, कई जगह को चिन्हित करके एक्सीडेंट को रोकने के लिए ब्रेकर बनाएं, जिससे स्पीड लोगों की कम हो सके। मगर ब्रेकर बनाने में कई जगह नियम को ताक पर रखकर कार्य किया गया, जो राष्ट्रीय राजमार्ग में सही नहीं है, क्योंकि भारी संख्या में ब्रेकर बना दिए गए हैं।
ब्रेकर बनने से घटनाएं तो रुकी है मगर आम ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई किसानों की ट्रैक्टर टोलियां फस जाती है, कई दूध का व्यवसाय करने वाले लोगों का नुकसान हो जाता है, क्योंकि यहां पर गुर्जर बस्ती है। हमारी जिला प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से मांग है कि, तत्काल इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए इन ब्रेकर को हटाने का कार्य किया जाए।
लालढांग क्षेत्र में जंगली जानवरों के एक्सीडेंट होने से रोकने के लिए हाईवे पर ब्रेकर बनाने का कार्य किया गया। मगर कांग्रेसियों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि, ब्रेकर बनाने के नाम पर मानव को की अवहेलना की गई है और जिस जगह पर ब्रेकर बनाना चिन्हित किया गया था। उससे अलग भी हाईवे पर काफी जगह पर ब्रेकर बना दिए गए हैं। जिस वजह से स्थानीय ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब देखना होगा कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने के बाद क्या भारी संख्या में बनाए गए ब्रेकर को हटाया जाता है। यह देखने वाली बात होगी।