नगर निगम व पीडब्ल्यूडी की लापरवाही पड़ी जनता पर भारी। बरसात के चलते गड्ढे बने मुसीबत
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। नगर निगम व पीडब्ल्यूडी के आपसी तालमेल में भारी कमी के चलते कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में सड़कों के खस्ताहाल है। जगह-जगह सड़कों में गड्ढे तो कहीं सड़क किनारे बनी नालियों के ऊपर रखे गए चेंबर ही गायब है। जिसके चलते दुर्घटना आम लोगों की जान पर आफत बनी हुई है। कोविड-19 में यह दुर्घटना आमजन के लिए और मुसीबत बन गई हैं। क्योंकि उनका इलाज होना बहुत कठिन हो गया है। कोटद्वार नगर निगम और पीडब्लूडी की गंभीर लापरवाही का एक ऐसा ही नमूना शुक्रवार को देखने को मिला जब एक बड़ी दुर्घटना होने से बची।बता दें कि, मामला मानपुर सिताबपुर तिराहा और दूध की डेयरी के समीप का है। जहां सड़क के बीच से कुछ दिन पहले नगर निगम ने स्लैप हटा दी थी, जो आज तक नही बनी, जिसके चलते एक वाहन गड्ढे को बचाने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बचा। गड्ढे में पानी भरे होने के कारण ड्राइवर को गड्ढा दिखाई नहीं दिया और ड्राइवर की गाड़ी बगल की नाली में जा घुसी। आसपास के लोगों के अनुसार बरसात में जाने कितनी ऐसी ही दुर्घटनाये होंगी, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना होगा।
धन्य है नगर निगम, धन्य है प्रभु पीडब्ल्यूडी। ऐसा ही एक चेंबर कई दिनों से गाड़ी घाट चौराहे पर भी खुला है। जिसमें जब तक कोई बड़ी गंभीर दुर्घटना ना हो जाए तब तक नगर निगम की नींद खुलनी मुश्किल है। नगर निगम को तो बस इंतजार है किसी बड़ी दुर्घटना का। गजब की बात यह है कि, इस तिराहे के पास ही 2-2 वार्डो के पार्षद, नगर निगम के कर्मचारी निवास करते हैं। लेकिन तब भी यह चैम्बर बड़ी दुर्घटना का इंतजार करता लग रहा है।