राजनीति: चिट फंड कंपनी से पीड़ितों की लोगों की लड़ाई लड़ेगी राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी

चिट फंड कंपनी से पीड़ितों की लोगों की लड़ाई लड़ेगी राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी

  • फ्राड चिट फंड कंपनी पर कार्रवाई हेतु DM से मिली रीजनल पार्टी

देहरादून। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने चिट फंड कंपनियों से पीड़ित लोगों को उनका हक दिलाने का जिम्मा उठाया है।
आज सर्वोत्तम एग्रो सोसाइटी द्वारा किए गए फ्रॉड के खिलाफ राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ता जिलाधिकारी सविन बंसल से मिले और उनको विस्तार से इस संबंध में अवगत कराया।

पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ दर्जनों की संख्या में सर्वोत्तम एग्रो सोसाइटी द्वारा छले गए निवेशक भी थे।

राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल ने बताया कि जिलाधिकारी ने सर्वोत्तम सोसाइटी के कर्ताधर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

प्रदेश संगठन सचिव सुलोचना ईष्टवाल ने सभी निवेशकों को इस बात का आश्वासन दिया कि सर्वोत्तम एग्रो सोसाइटी के मालिकों की संपत्तियों का पता लगाकर उनकी नीलामी कराई जाएगी और निवेशकों को उनका पैसा लौटाया जाएगा।

उन्होने प्रशासन से मांग की है कि, उक्त चिटफंड कंपनी के मालिक राजेंद्र सिंह बिष्ट पर कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से कमाई गई करोड़ों की संपत्ति को नीलाम कर निवेशकों का पैसा चुकाया जाए।

उन्होंने चेतावनी दी कि अन्यथा राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी आंदोलन को बाध्य होगी। पार्टी के जिला अध्यक्ष उपेंद्र सकलानी ने कहा कि पार्टी पीड़ितों के साथ है और एग्रो समिति के मालिकों के खिलाफ हर संभव लड़ाई लड़ी जाएगी।

संगठन के जिला अध्यक्ष उपेन्द्र सकलानी ने बताया कि ऋषिकेश गुमानी वाला स्थित सर्वोत्तम एग्रो सोसाइटी लिमिटेड चिट फंड कंपनी द्वारा शहर भर में सैकड़ो लोगों को अच्छे ब्याज का झांसा देकर हर माह किस्त के रूप में पैसा जमा करवाता था, लेकिन अंत में वह निवेशकों का करोड़ों रुपए लेकर लापता हो गया। अब निवेशकों का करोड़ों रुपए कंपनी पर बकाया है।

इस संबंध में पार्टी कार्यकर्ता एसआईटी ऑफिस जाकर अन्य अधिकारियों से भी मिले उन्होंने भी निवेशकों के साथ किया जा रहे फ्रॉड के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर सरस्वती देवी, गंगा पांडे, योगेश भट्ट, मीनाक्षी उनियाल, उषा देवी, वीना डिमरी, पिंकी जोशी, रजनी नौटियाल, अनीता देवी, कौशल्या भट्ट , प्रभा मकलानी, आशा पूर्वाल, पिंकी रावत, ममता पोखरियाल, सरिता नौटियाल आदि दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।