स्मृति ईरानी समेत इन पूर्व सांसदों को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस। पढ़ें….
नई दिल्ली। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार 2.0 के 17 केंद्रीय मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा, मंत्रियों के पास बंगला खाली करने के लिए 11 जुलाई तक का समय है।
लोकसभा चुनाव हारने वाले पूर्व सांसदों को लुटियंस बंगला जोन से अपना सरकारी आवास खाली करना होगा। जहां लोकसभा की हाउस कमेटी ने 17वीं लोकसभा के उन पूर्व सांसदों को नोटिस जारी किया है।
जो 18वीं लोकसभा का चुनाव नहीं जीत सके। इस सूची में यूपी के 6 सांसद शामिल हैं, जिनमें महेंद्रनाथ पांडे, स्मृति ईरानी, संजीव बालियान, भानुप्रताप वर्मा, अजय मिश्रा टेनी, कौशल किशोर, साध्वी निरंजन ज्योति शामिल हैं।
इस नोटिस में कहा गया है कि उन्हें एक महीने के अंदर सरकारी आवास खाली करना होगा। पूर्व मंत्रियों को 11 जुलाई और पूर्व सांसदों को 5 जुलाई तक सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया गया है, जिसमें पूर्व मंत्री भारती पवार का नाम भी शामिल है।
मंत्रियों को 11 जुलाई तक आवास खाली करना होगा
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार 2.0 के 17 केंद्रीय मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा, मंत्रियों के पास बंगला खाली करने के लिए 11 जुलाई तक का समय है। इस संबंध में उन्हें नोटिस भी जारी किया गया है. राजस्थान से कैलाश चौधरी का नाम भी शामिल है.
शहरी विकास मंत्रालय के सबऑर्डिनटे पोजीशन
डायरेक्टर ने नोटिस जारी किया है. कर्नाटक से आने वाले भगवंत खुबा भी लोकसभा चुनाव हार गए हैं, जिसके चलते उन्हें नोटिस जारी किया गया है। इसी क्रम में महाराष्ट्र के एक और पूर्व मंत्री कपिल पटेल को भी नोटिस मिला है, जिन्हें 11 जुलाई तक बंगला खाली करने का आदेश दिया गया है।
लोकसभा चुनाव हारने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करने का आदेश जारी किया गया है, जिसमें महाराष्ट्र के रावसाहेब दानवे भी शामिल हैं जो इस लोकसभा चुनाव में हार गए थे।
इन मंत्रियों के नाम भी शामिल
नियमों के मुताबिक, लोकसभा भंग होने के एक महीने के भीतर सरकारी आवास खाली करना होता है। वहीं इस लिस्ट में पश्चिम बंगाल के पूर्व सांसद सुभाष सरकार का नाम भी शामिल है।
शहरी विकास मंत्रालय के तहत आने वाले आदेश में इन मंत्रियों को 11 जुलाई तक अपना सरकारी आवास खाली करने को कहा गया है, जिन पूर्व मंत्रियों को नोटिस भेजा गया है, उनमें पश्चिम बंगाल के पूर्व सांसद निशित प्रमाणिक का नाम भी शामिल है।
मोदी सरकार के हारे हुए पूर्व मंत्रियों में पूर्व मंत्री वी मुरलीधरन का नाम भी शामिल है, जिन्हें इस लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है, जिसके लिए उन्हें नोटिस भी जारी किया गया है।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार 2.0 के पराजित पूर्व मंत्रियों में शामिल केरल से हारे पूर्व आईटी मंत्री राजीव चन्द्रशेखर को भी नोटिस जारी किया गया है। उन्हें त्रिवेन्द्रपुरम से कांग्रेस के शशि थरूर से हार का सामना करना पड़ा है।
17वीं लोकसभा के जो सांसद 18वीं लोकसभा का चुनाव नहीं जीत सके उनमें झारखंड के पूर्व सांसद और मंत्री अर्जुन मुंडा का नाम भी शामिल है, जिन्हें बंगला खाली करने का नोटिस मिला है।