उत्तराखंड में खेती की तकनीक जानने के लिए तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, केरल से आई छात्र-छात्राओं की टीम
– खेती की तकनीक जानने के लिए छरबा ग्राम सभा बनी छात्रों की पहली पसंद
– छरबा में किसान कर रहे वैज्ञानिक खेती मशरूम गौशाला मुर्गी पालन के साथ-साथ उन्नत खेती करने के भी ग्राम सभा के किसान करते हैं प्रयास
देहरादून। नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति तथा यूनीफायर कृषि प्रशिक्षण केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में ग्रामसभा छरबा में केरल आंध्र प्रदेश तथा तमिलनाडु के छात्रों-छात्राओं के द्वारा रूरल सर्वे किया गया। जिसमें छात्रों के द्वारा किसानों से ग्रामीण खेती किए जाने की तकनीक तथा वैज्ञानिक खेती करने के तरीकों से किसानों को अवगत कराया।
इस अवसर पर नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति के संस्थापक अमर सिंह कश्यप, ग्राम प्रधान आमिर खान, सामाजिक कार्यकर्ता मोहन सिंह, यूनीफायर के अमित, उपाध्याय अर्जुन सिंह, रोहित कुमार तथा छात्रों के लीडर मिस्टर बोगेस सहित समस्त छात्र एवं छात्राएं मौजूद रहे।
इस दौरान छात्रों के द्वारा पूर्व ग्राम प्रधान रूमी राम जयसवाल के द्वारा स्थापित किए गए मशरूम उत्पादन सेंटर का भी भ्रमण किया और मशरूम उगाने की तकनीक के बारे में जानकारी हासिल की। यहां की लहराती फसलें देखकर छात्रों में बहुत उत्साह दिखाई दिया और छात्र किसानों के जवाब तथा छरबा के लोगों के व्यवहार से संतुष्ट नजर आए।
ग्रामीणों ने जानकारी दी कि, जंगली सूअर और बंदर हमारी फसलों का नुकसान करते हैं। लेकिन वन विभाग कोई भी कार्य इस दिशा में नहीं कर रहा है। ग्राम सभा छरबा के लोगों का धन्यवाद करते हुए उन्होंने भविष्य में भी इस गांव की समस्याओं के समाधान हेतु कार्य करने की बात कही। ग्राम प्रधान के द्वारा छात्रों का स्वागत किया गया और छात्रों को उन्नत खेती के टिप्स दिए।