4 मई तक बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी। बढ़ी ठंड, पिछले दो साल का टूटा रिकॉर्ड
Weather Update: प्रदेश में फिर एक बार मौसम खराब होने का पूर्वानुमान जारी किया गया। बताया जा रहा है कि, अगले 4 दिनों तक प्रदेश में मौसम खराब रहेगा। साथ ही मौसम विभाग ने बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी कर दिया है।
विभाग ने 1 और 4 मई को येलो अलर्ट जबकि 2 और 3 मई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। दरअसल, उत्तराखंड में बीते रविवार की दोपहर से ही मौसम का मिजाज बदलने लगा था। यहां मैदानी क्षेत्रों से लेकर पहाड़ी वाले इलाकों तक झमाझम बारिश और कई स्थानों पर ओलावृष्टि से तापमान में आई गिरावट देखने को मिला।
उधर बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में भी दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही। वहीं केदारनाथ धाम में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले 4 दिन के लिए बारिश, ओलावृष्टि और आंधी का अलर्ट जारी कर दिया है।
बता दे कि, रविवार को हरिद्वार में बिजली के खंबे में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। राजधानी देहरादून में भी रविवार दोपहर से बारिश का सिलसिला जारी रहा। आपको बता दे कि, बारिश के चलते मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान 9 डिग्री तक कम हो गया है, जिससे प्रदेश में ठंड की वापसी हुई है।
बारिश और बर्फबारी से बढ़ी चारों धामों में ठंड
रविवार को चारों धामों में भी जमकर बारिश हुई। साथ ही ऊंची चोटियों पर बर्फबारी जारी रहा। केदारनाथ धाम दिनभर काले बादलों से घिरा रहा। बद्रीनाथ में पूरे दिन भर रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा।
वही गंगोत्री धाम में भी जमकर बारिश हुई, जबकि यमुनोत्री में देर शाम से ऊंची चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो गई। श्रद्धालुओं को खराब मौसम के चलते कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ रहा है।
साथ ही कुमाऊं के पर्वतीय जिलों में दोपहर बाद से झमाझम बारिश हुई। हल्द्वानी में शाम के समय हल्की बारिश हुई, वहीं नैनीताल समेत कई अन्य जगहों पर हल्की ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई। जबकि चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा समेत उधम सिंह नगर में भी बारिश के साथ कहीं–कहीं ओलावृष्टि भी हुई।
बारिश ने तोड़ा पिछले दो साल का रिकॉर्ड
मार्च के महीने में हुई बारिश ने बीते 2 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस वर्ष अप्रैल में पिछले 3 साल में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है। इस वर्ष मार्च में सामान्य 54.3 एमएम से 17 प्रतिशत ज्यादा 63.5 एमएम बारिश दर्ज की गई। वही अप्रैल में 63.7 एमएम बारिश दर्ज की गई जो सामान्य 39.3 एमएम के मुकाबले 62 प्रतिशत ज्यादा है।
साल 2020 के अप्रैल में 86.3, 2021 के अप्रैल में 28.6 व 2022 के अप्रैल में 0.6 एमएम बारिश हुई थी। 2013 के अप्रैल में यह सर्वाधिक दूसरी बारिश है। 2020 में 86.3 के अलावा 2015 में 60.9 एमएम बारिश दर्ज हुई थी।
रुद्रप्रयाग जिले में अप्रैल महीने में सर्वाधिक 105.1 एमएम, जबकि उत्तरकाशी में 100.1 एमएम बारिश दर्ज हुई है। इसके अलावा देहरादून में 73.1 एवं टिहरी में 73.1 एमएम बारिश रही। हरिद्वार में सबसे कम 8.9 एमएम बारिश हुई।