अवैध अतिक्रमण पर जिला प्रशासन सख्त। बड़े आश्रम और व्यवसायियों को थमाए नोटिस
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। हाईकोर्ट के द्वारा अवैध अतिक्रमण को लेकर दिए आदेश के बाद हरिद्वार जिला प्रशासन हरकत मे नजर आ रहा है। हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा हरिद्वार में अवैध अतिक्रमण चिन्हित कर उन्हें नोटिस दिए गए हैं।
अवैध अतिक्रमण करने में कई आश्रम और बड़े व्यवसायी भी है। जिला प्रशासन द्वारा सख्त हिदायत दी गई है कि, या तो इनके द्वारा खुद ही अवैध अतिक्रमण को हटाया जाए नहीं तो जल्द ही बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी और उसका सारा खर्चा भी इन्हीं से वसूला जाएगा।
हरिद्वार एसडीएम पूरन सिंह राणा का कहना है कि, 2018 में हाई कोर्ट द्वारा अवैध अतिक्रमण को लेकर आदेश पारित किया था, सड़कों और आवागमन के रास्तों पर किसी भी प्रकार का अवैध अतिक्रमण है, उसे हटाया जाए।
प्रशासन द्वारा अवैध अतिक्रमण को चिन्हित किया गया है। कई धार्मिक स्थानों और व्यवसायियों को हमारे द्वारा नोटिस दिए गए हैं कि, जल्द से जल्द इन अतिक्रमण को हटाया जाए। नगर निगम को भी निर्देशित किया गया है।
आवागमन के रास्ते पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण ना हो। अगर अवैध अतिक्रमण होता है तो वहां के एसएचओ और नगर निगम के अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
पीडब्ल्यूडी को भी हमारा सख्त निर्देश है कि, अवैध अतिक्रमण हटाने में जितना भी मेन पावर और मशीनों पर खर्चा होगा, उसे अतिक्रमण करने वालों से ही वसूला जाए।
पीडब्ल्यूडी के एक्शन सुरेश कुमार तोमर का कहना है कि, जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है, जहां-जहाँ भी अवैध अतिक्रमण है उसको चिन्हित किया जाए। अभी वर्तमान में हमारे द्वारा हर की पौड़ी और भारत माता मंदिर के पास की सड़कों पर अवैध अतिक्रमण चिन्हित किया गया है।
सभी को नोटिस दिए जा रहे हैं या तो अपना अवैध अतिक्रमण वह खुद हटा ले, नहीं तो हमारे द्वारा अतिक्रमण को हटाया जाएगा और इसके ऊपर जितना भी खर्चा होगा वह अवैध अतिक्रमण करने वालों से वसूला जाएगा।
प्रशासन द्वारा की जा रही इस कार्रवाई का साधु संत भी समर्थन कर रहे हैं। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि का कहना है कि, जितनी जल्दी अवैध अतिक्रमण को हटाया जाए, उतना ही अच्छा है।
क्योंकि आगे भीड़ का सीजन शुरू होने वाला है, अवैध अतिक्रमण से काफी समस्या उत्पन्न होगी क्योंकि कई लोगों द्वारा अवैध तरीके से अतिक्रमण किया गया है।
अवैध अतिक्रमण को हटाने में संत प्रशासन का साथ देगे, जो भी अवैध अतिक्रमण को हटाने में परेशानी खड़ी करेगा। हम उसका विरोध करेंगे।
अवैध अतिक्रमण से सभी लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है कई कई घंटे जाम की स्थिति हो जाती है।