कृषि अधिकारी कराते है अवैध वसूली
– अपने ही बुने जाल में फस गये जिला कृषि अधिकारी
– पत्रांक संख्या की हेरा-फेरी में जांच हुई तो गिर सकती है गाज
– बिना लाइसेन्स की चौहददी पर अवैध तरीके से किये गये बीज भण्डारण
– विभाग के कार्यवाही से भडके व्यापारी
कौशाम्बी। जिला कृषि अधिकारी के खिलाफ बीज खाद कीटनाशक व्यापारियो ने मोर्चा खोलकर विभाग के लिपिक आशीष कुमार मौर्या और जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार गौतम पर धन उगाही और शोषित किये जाने का आरोप लगाते हुए चायल विधायक संजय गुप्ता से फरियाद की है। जिस पर चायल विधायक के हस्तक्षेप के बाद आरोपी लिपिक से उप निदेशक कृषि ने 20 हजार की रकम व्यापारी अरविन्द कुमार को रकम वापस करा दी है। जिससे जिला कृषि अधिकारी बौखला गये और खीझ कर व्यापारियो पर एफआईआर करा रहे है। उक्त बाते व्यापारियो के साथ मौजूद चायल विधायक संजय गुप्ता ने कही।
बता दें विधायक संजय गुप्ता का कहना है कि, कृषि विभाग के लिपिक आशीष कुमार का रिश्वत लेते वीडीओ वायरल है।इस पर उप निदेशक कृषि ने आश्वाशन दिया है कि, आरोपी लिपिक के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए वह अधिकारियो को पत्र लिखेगें।
बताते चले कि, व्यापारी के जिस गोदाम में बीज उर्वरक रखने की जानकारी कृषि अधिकारी को मिली थी। उस गोदाम की चौहददी लाइसेन्स में नही दर्ज है। जिस पर कृषि अधिकारी ने व्यापारी पीयूष कुमार के लाइसेन्स को निलम्बन करते हुए मुकदमा दर्ज करा कर गोदाम सीज कर दिया। 31 अक्टूबर को दर्ज कराये गये मुकदमे में लाइसेन्स निलम्बन का पत्र संख्या-351 दिनांक 03/11/2019 दर्शाया गया है। जबकि व्यापारी को भेजे गये पत्र में उनसे पत्र संख्या-424 दिनांक- 31/10/2019 के जरिये एक सप्ताह का समय देकर जवाब मांगा गया है। अब अभिलेखो में कृषि विभाग क्यों हेरा-फेरी कर रहा है, यह जांच का विषय है।
चायल विधायक संजय गुप्ता का यह भी कहना है कि, कृषि अधिकारी अपने बाबू के जरिये उर्वरक बीज कीटनाशक व्यापारियो से अवैध वसूली कराकर उनका उत्पीडन करते है। व्यापारी आज कृषि विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलन्द करना चाहते थे। लेकिन अयोध्या प्रकरण को लेकर जिले में धारा 144 लागू होने के चलते विधायक ने उन्हे धरना प्रदर्शन से रोक दिया। जिस पर व्यापारी जिलाधिकारी से मिले और सम्पूर्ण प्रकरण बताकर कार्यवाही की मांग की है।
उर्वरक व्यापारियो में प्रवेश केसरवानी, नरोत्तमदास केसरवानी, कृष्णदेव कुशवाहा, ननका जायसवाल, अशोक कुमार कुशवाहा, राम जी जायसवाल, बच्चा केसरवानी, अरविन्द मौर्या, संजय केसरवानी, श्यामू सिंह, सत्येन्द्र सिंह, शिवाकांत तिवारी, मनोज कसेरा, शिवनन्दन यादव, राकेश कुशवाहा, शुभम केसरवानी, मुन्ना केसरवानी, सहित तमाम व्यापारी शामिल रहें।
व्यापारियो की लूट में रोक लगाने में सक्षम नही है डीडीए
जिले में उर्वरक व्यापारियो द्वारा यूरिया उर्वरक के निर्धारित मूल्य से 30-40 रूपये अधिक किसानो से वसूला जा रहा है।व्यापारियो का यह खेल जिले में बेखौफ तरीके से बीते कई वर्षों से फल-फूल रहा है। जिससे सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि धूमिल हो रही है। लेकिन व्यापारियो के लूट में रोक लगाने में उप कृषि निदेशक और जिला कृषि अधिकारी सक्षम नही है। जिससे जिले में किसानो को उर्वरक व्यापारियो द्वारा लूटा जा रहा है। इस सवाल के जवाब पर उप निदेशक कृषि ने विवशता जाहिर की है।