उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद का परीक्षा परिणाम घोषित। देखें किसने मारी बाजी
उत्तराखण्ड संस्कृत शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित पूर्वमध्यमा द्वितीय वर्ष एवं उत्तरमध्यमा द्वितीय वर्ष की परिषदीय परीक्षा-2022 के परीक्षा परीक्षा परिणाम घोषित किये जाने पर मुझे अपार प्रसन्नता भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रभावित हुआ, परन्तु वर्ष 2021-22 में निर्धारित प्रोटोकॉल रही है।
कोविड संक्रमण के दौरान बच्चों का के साथ हमारी शिक्षण संस्थाओं में शिक्षण कार्य समपन्न होने के उपरान्त बच्चों में विश्वास जागृत हुआ है। इसके लिए समस्त विद्यार्थी उनके अभिभावक एवं शिक्षक साधुवाद के पात्र है। वर्ष 2022 में पूर्वमध्यमा में 702 परीक्षार्थी पंजीकृत हुये है, जिनमें से सभी परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुये। इसी प्रकार उत्तरमध्यमा परिषदीय परीक्षा में 844 विद्यार्थी पंजीकृत थे जिनमें से 829 छात्र छात्रायें परीक्षा में सम्मिलित हुए।
हमारे विद्वान आचार्यगणों के परिश्रम तथा परिषद के कार्मिकों की समयबद्ध कार्य एवं लगन से परिषदीय परीक्षाओं का आयोजन एवं परीक्षाफल समय पर तैयार किया गया है। मै उत्तराखण्ड संस्कृत शिक्षा परिषद देहरादून द्वारा संचालित पूर्वमध्यमा द्वितीय वर्षएवं उत्तरमध्यमा द्वितीय वर्ष की परिषदीय परीक्षा 2022 के परीक्षा परिणाम की घोषणा करता हूँ।
पूर्वमध्यमा द्वितीय वर्ष – सम्मिलित छात्र 702, उत्तीर्ण 619, उतीर्ण प्रतिशत 88.17 पूर्वमध्यमा द्वितीय वर्ष की परिषदीय परीक्षा में रिंकी बरिहा, शिवनाथ संस्कृत महाविद्यालय देहरादून की छात्रा 83.6 प्रतिशत अंकों के साथ प्रथम, मनीष रयाल, वेद महाविद्यालय ऋषिकेश देहरादून के छात्र 83 प्रतिशत अंको के साथ द्वितीय तथा ओमिति साहु, शिवनाथ संस्कृत महाविद्यालय देहरादून की छात्रा 81 प्रतिशत अंकों के साथ तृतीय स्थान पर रहें।
द्वितीय वर्ष- सम्मिलित छात्र उत्तीर्ण 793/ 829, उतीर्ण प्रतिशत, 95.65, उत्तरमध्यमा द्वितीय वर्ष की परिषदीय परीक्षा में शिवी राणा, शिवनाथ संस्कृत महाविद्यालय देहरादन की छात्रा 86 प्रतिशत अंको के साथ प्रथम, हिमांशु भट्ट, जयदयाल अग्रवाल संस्कृत विद्यालय श्रीनगर पौड़ी गढ़वाल के छात्र 84 प्रतिशत
मैं परीक्षा में उत्तीर्ण समस्त छात्र / छात्राओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामना देता हूँ तथा उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं से अपेक्षा करता हूँ कि वे भवष्यि में इसी प्रकार कड़ी मेहनत एवं लगन से प्रदेश का नाम रोशन करेगें। ऐसे छात्र छात्रायें जो कतिपय कारणों से परीक्षा में सफल नहीं हो पाये वे परीक्षाफल से निराश न हों अपितु पूर्ण लगन के साथ परीक्षा हेतु अपनी तैयारी आरम्भ करें। अभिभावक एवं शिक्षकों से अनुरोध है कि वे इन छात्र-छात्रओं का उचित मार्गदर्शन करते रहें।
अंको के साथ द्वितीय तथा अनुराग बडोला, बिग्रेडियर विद्याधर जुयाल संस्कृत विद्यालय भुवनेश्वरी सिद्धपीठ पौड़ी के छात्र 83.6 प्रतिशत अंकों के साथ तृतीय स्थान पर रहे।