पैरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों का वेतन रोकने के निर्देश। पढिये पूरी खबर
चारधाम यात्रा में व्यवस्थाओं को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशक द्वारा अपनायें गए कड़े रूख के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में अपेक्षित सुधार दिखाई दे रहा है।
सी०एम०ओ० चमोली एवं उत्तरकाशी ने महानिदेशक को बताया कि, बद्रीनाथ, यमनोत्री एवं गंगोत्री धाम के लिए की गयी स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाएं सुचारू रूप से कार्य करने लगी है और सभी अस्पतालों में चिकित्सक तथा पैरामेडिकल स्टॉफ पूरी तरह तैनात कर दिए गए है।
अस्पतालों में दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, यात्रियों की सुविधा के लिए हैल्थ एडवाईजरी सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर डिस्पले की गयी है। हैल्थ एडवाईजरी को लेकर माईकिंग के द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है और यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग का कार्य प्रमुख स्थानों पर हो रहा है। 108 एम्बुलेंस भी पर्याप्त संख्या में पूरी सतर्कता के साथ कार्य कर रही है।
केदारनाथ धाम की व्यवस्थाओं के बारे में सी०एम०ओ० रूद्रप्रयाग ने बताया है कि, सभी चिकित्सालयों पर पर्याप्त संख्या में चिकित्सक एवं स्टॉफ नहीं पहुंच पा रहा है, जिसके बारे में संबंधित जनपदों के सी०एम०ओ० को सूचित करते हुए संबंधित कार्मिकों का वेतन आहरित न किए जाने के लिए अवगत करा दिया गया है।
सी०एम०ओ० ने केदारनाथ मार्ग पर अतिरिक्त चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को तैनात किए जाने की आवश्यकता के बारे में स्वास्थ्य महानिदेशक को जानकारी दी गयी है।
इस बीच सी०एम०ओ० पौड़ी द्वारा ऐसे सभी चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टॉफ का वेतन रोकने के आदेश जारी कर दिए है, जिन्हें यात्रा ड्यूटी पर भेजा गया है, लेकिन उनके द्वारा निर्धारित समय पर ड्यूटी ज्वाईन नहीं की गयी है।
सी०एम०ओ० पौड़ी ने नर्सिंग कार्मिकों की ड्यूटी 15-15 दिनों के रोटेशन पर लगाने के आदेश भी किए है, जिसमें रोटेशनवार तैनात कार्मिकों के अनुपस्थित रहने पर माह का वेतन आहरित न करने के लिए भी संबंधित चिकित्सालयों को कहा गया है।
चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में सी०एम०ओ० उत्तरकाशी ने बताया कि यात्रा आरम्भ से आज की तिथि तक 72731 यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जबकि 345 यात्रियों को आकस्मिक चिकित्सा उपचार देकर बचाया गया है।
इसी प्रकार बद्रीनाथ धाम के 450 यात्रियों को अभी तक आकस्मिक चिकित्सा उपचार की सहायता प्रदान की गयी है और केदारनाथ यात्रा के दौरान 01 दिन में ही 90 मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा दी गयी है।
सी०एम०ओ० रूद्रप्रयाग ने बताया कि, आज केदारनाथ यात्रा के दौरान 03 यात्रियों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई है, जिनमें से किसी की भी मृत्यु अस्पताल में नहीं हुई हैं।