बड़ी खबर: ऋषिकेश में पार्किंग शुल्क को लेकर टेंपो संचालकों की हड़ताल। जमकर हंगामा, चले लात-घूसे

पार्किंग शुल्क को लेकर टेंपो संचालकों की हड़ताल। जमकर हंगामा, चले लात-घूसे

ऋषिकेश। मुनिकीरेती क्षेत्रान्तर्गत राम झूला पार्किंग में टेंपो संचालकों ने हंगामा कर दिया है। आरोप है कि, नया ठेका होने के बाद ठेकेदार दोगुना से अधिक पार्किंग शुल्क देने की मांग कर रहा है। पार्किंग शुल्क कम नहीं होने तक टेंपो संचालकों ने हड़ताल कर दी है। मौके पर धरना प्रदर्शन करने के साथ पार्किंग में खड़े वाहनों को भी बाहर निकलने से रोक दिया है।

हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने टेंपो संचालकों से ठेकेदार और नगरपालिका के साथ बैठकर वार्ता करने की सलाह दी। पुलिस की सलाह पर अभी चर्चा हो ही रही थी कि, टेंपो संचालकों के दो पक्षों में देखते ही देखते आपसी विवाद हो गया और लात घूंसे चलते हुए हाथापाई होने लगी।

किसी तरह पुलिस ने मामले को शांत कराया है। लेकिन टेंपो संचालक अभी भी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। पुलिस अब टेंपो संचालकों की समस्या का समाधान करने के लिए नगरपालिका और ठेकेदार को टेबल पर बैठाकर मामले को सुलझाने की कोशिश में लग गई है।

टेंपो यूनियन के अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि, पिछले 40 सालों से राम झूला पार्किंग से टेंपो यूनियन संचालित हो रही है। आज तक कभी भी पार्किंग शुल्क को लेकर कोई मामला नहीं हुआ। आज पार्किंग शुल्क के रूप में एक टेंपो से 47 रुपए की पर्ची काटनी शुरू की गई। जो अभी तक लिए जा रहे पार्किंग शुल्क से 2 गुना से भी ज्यादा है। जिसे टेंपो यूनियन बर्दाश्त करने के मूड में बिल्कुल नहीं है।

सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष शर्मा ने बताया कि, कोरोना काल के बाद अब पर्यटकों का मुनी की रेती क्षेत्र में पहुंचना शुरू हुआ है। ऐसे में टेंपो संचालकों को उम्मीद है कि, वह भी दो साल तक हुए नुकसान की कुछ भरपाई करेंगे। लेकिन पार्किंग शुल्क दोगुने से ज्यादा लेना टेंपो संचालकों से न्याय संगत नहीं है।

वही ठेकेदार वैभव थपलियाल ने बताया कि, उन्होंने पूरी पार्किंग का ठेका नगर पालिका मुनि की रेती से लिया है। 30% जगह टेंपो संचालकों ने घेरी हुई है। उसमें भी पार्किंग शुल्क न देने को लेकर टेंपो संचालक हंगामा कर रहे हैं। यह सरासर टेंपो संचालकों की गुंडागर्दी है।

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि, फिलहाल दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया है। नगरपालिका में मामले को सुलझाने के लिए बैठक चल रही है।