गजब: पिंडर में ‘रात का राज’। खनन माफिया बेलगाम, प्रशासन लाचार

पिंडर में ‘रात का राज’। खनन माफिया बेलगाम, प्रशासन लाचार

रिपोर्ट- गिरीश चंदोला

थराली। थराली तहसील के अंतर्गत चेपड़ो और खारीबगड़ क्षेत्र में पिंडर नदी का रात के अंधेरे में धड़ल्ले से दोहन जारी है। खनन माफिया बेखौफ होकर नदी का सीना छलनी कर रहे हैं, जबकि स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई नदारद दिखाई दे रही है।

पिछले एक माह से लगातार अवैध रेत-बजरी परिवहन का सिलसिला जारी है, लेकिन प्रशासन पर इसका कोई प्रभाव नहीं दिख रहा।

स्थानीय लोगों के अनुसार, खनन माफिया हर रात भारी वाहनों के माध्यम से रेत-बजरी निकालकर 20 से 22 किलोमीटर दूर बाजार क्षेत्र तक पहुंचा देते हैं। तहसील क्षेत्र में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद अवैध खनन पर कोई रोक नहीं लग रही, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि आखिर किसकी सरपरस्ती में खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं।

यह भी गंभीर सवाल है कि रात्रि गश्त में तैनात पुलिस बल को चकमा देकर भारी वाहन कैसे निकल जाते हैं? क्या पुलिस और प्रशासन की निगरानी व्यवस्था कमजोर है, या फिर मामला इससे कहीं अधिक गहरा है?

सूत्र बताते हैं कि खनन माफियाओं में किसी भी कार्रवाई का डर नहीं है। वे खुलेआम प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं, जबकि स्थानीय प्रशासन पूरी तरह लाचार और बेबस नजर आ रहा है। क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।