दिल्ली ब्लास्ट का रहस्य गहराया। संदिग्ध ने घबराहट में उड़ाई कार, NIA जांच शुरू
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार (10 नवंबर) शाम लाल किले के पास हुए कार धमाके ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस भयानक विस्फोट में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। धमाके के बाद दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और जांच एजेंसियां पूरे NCR में छापेमारी कर रही हैं।
FSL को मिले दो सैंपल, एक अमोनियम नाइट्रेट जैसा
फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (FSL) की टीम ने धमाके की जगह से दो तरह के सैंपल बरामद किए हैं। इनमें से एक अमोनियम नाइट्रेट जैसी सामग्री है। फिलहाल इन सैंपल्स की लैब में जांच की जा रही है। जांच एजेंसियों का कहना है कि प्रारंभिक रूप से यह IED (Improvised Explosive Device) का मामला लग रहा है।
राजधानी में छापेमारी, संदिग्धों की तलाश
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां संदिग्धों की तलाश में जुटी हुई हैं। कई स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
मंगलवार को यूएपीए (UAPA) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
IG CRPF राजेश अग्रवाल ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और कहा कि दिल्ली पुलिस को हर संभव सहायता दी जाएगी।
लाल किला मेट्रो स्टेशन बंद, यातायात प्रतिबंध लागू
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने सुरक्षा कारणों से लाल किला मेट्रो स्टेशन को मंगलवार सुबह से यात्रियों के लिए बंद कर दिया। आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफिक पुलिस ने कड़े यातायात प्रतिबंध लगाए हैं।
जांच में बड़ा खुलासा: संदिग्ध ने घबराहट में किया विस्फोट
शीर्ष सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में कई अहम बातें सामने आई हैं-
- यह आत्मघाती हमला नहीं था।
- संदिग्ध ने घबराहट में विस्फोट कर दिया।
- बम पूरी तरह विकसित नहीं था, इसलिए प्रभाव सीमित रहा।
- कोई गड्ढा या छर्रे नहीं मिले, यानी भारी विस्फोटक नहीं था।
- कार गतिमान थी और संदिग्ध ने इसे लक्ष्य से टकराया नहीं।
माना जा रहा है कि NCR और पुलवामा में विस्फोटकों की बरामदगी के बाद बढ़ते दबाव में संदिग्ध ने जल्दबाजी में धमाका किया।
NIA को सौंपी गई जांच
गृह मंत्रालय ने मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। यह फैसला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मंगलवार को हाई-लेवल मीटिंग के बाद लिया गया। शाह ने कहा कि “शीर्ष जांच एजेंसियां विस्फोट की तह तक जाएंगी।” बताया जा रहा है कि मृतकों में कार में सवार तीन लोग भी शामिल हैं।
दिल्ली सरकार का मुआवजा ऐलान
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए राहत पैकेज की घोषणा की।
उन्होंने कहा, “इस दुख की घड़ी में दिल्ली सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।”
घोषणा के अनुसार
- मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख
- स्थायी रूप से अक्षम लोगों को ₹5 लाख
- गंभीर रूप से घायलों को ₹2 लाख
की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
साथ ही घायलों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी सरकार ने उठाई है।
अभी भी कई सवाल अनसुलझे
जांच एजेंसियों के सामने कई सवाल हैं —
- क्या धमाका कार के ईंधन टैंक या सीएनजी सिलेंडर से हुआ?
- क्या पहले से विस्फोटक सामग्री रखी गई थी?
- कार में सवार लोगों को इसकी जानकारी थी या नहीं?
फिलहाल इनमें से किसी का भी स्पष्ट जवाब नहीं मिला है।
कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, “देश को विश्वास में लेकर सच बताएं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री चुप क्यों हैं? मणिपुर से लेकर दिल्ली तक लोग असुरक्षित हैं। आखिर देशवासियों से सच क्यों छिपाया जा रहा है?” उन्होंने कहा कि अमित शाह बतौर गृह मंत्री “पूरी तरह असफल” हैं।
देशभर में हाई अलर्ट, खुफिया एजेंसियां सक्रिय
दिल्ली, यूपी, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीमा सुरक्षा बल, NIA, IB और स्थानीय पुलिस लगातार साझा जांच अभियान चला रही हैं। देशभर के प्रमुख धार्मिक स्थलों और सरकारी इमारतों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है।
लाल किले के पास हुआ यह विस्फोट न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश के लिए सुरक्षा तंत्र की गंभीर परीक्षा है।
अब निगाहें NIA की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह पता चलेगा कि आखिर राजधानी के दिल में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई।

