डॉक्टर के घर छापेमारी। 360 किलो संदिग्ध विस्फोटक, असॉल्ट राइफल और कारतूस बरामद
फरीदाबाद में जम्मू-कश्मीर पुलिस और हरियाणा पुलिस के संयुक्त अभियान में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने एक डॉक्टर के घर छापेमारी कर करीब 360 किलो संदिग्ध विस्फोटक (संभवत: अमोनियम नाइट्रेट) बरामद किया है। इसके अलावा असॉल्ट राइफल, कारतूस, पिस्टल सहित भारी मात्रा में हथियार-गोलाबारूद भी मिला है।
पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई डॉक्टर आदिल अहमद की निशानदेही पर की गई। आदिल जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला है और उसे 7 नवंबर को यूपी के सहारनपुर से जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने फरीदाबाद में विस्फोटक छुपाए जाने की बात स्वीकार की, जिसके बाद छापेमारी की गई। आदिल 2024 तक अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रैक्टिस कर रहा था और बाद में सहारनपुर में काम करने लगा।
पूछताछ के आधार पर डॉ. मुजाहिल शकील को पुलवामा से गिरफ्तार किया गया। फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार ने बताया कि बरामद सामग्री आरडीएक्स नहीं है, लेकिन इसका उपयोग बड़े विस्फोट के लिए किया जा सकता था।
छापेमारी में—
- असॉल्ट राइफल
- 3 मैगजीन
- 84 जिंदा कारतूस
- 2 ऑटोमैटिक पिस्टल
- 5 लीटर केमिकल
- 8 बड़े व 4 छोटे सूटकेस
- लगभग 360 किलो ज्वलनशील पदार्थ
- 20 टाइमर, 24 रिमोट
- भारी धातु, वॉकी-टॉकी सेट
- इलेक्ट्रिक वायरिंग, बैटरी आदि
बरामद किए गए।
पुलिस का मानना है कि बरामद विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल IED बनाने में किया जा सकता था। फिलहाल बरामद की गई सामग्री की विस्तृत जांच की जा रही है।
मामले में आगे बढ़ते हुए पुलिस ने फरीदाबाद से एक मौलवी को भी गिरफ्तार किया है। उसकी पत्नी ने बताया कि उन्हें कारण की जानकारी नहीं है। जानकारी के अनुसार आरोपी डॉक्टर रोजाना पांच बार नमाज पढ़ने उसी मस्जिद जाता था, जहां यह मौलवी इमाम था।
फरीदाबाद के फतेहपुर तगा में तलाशी अभियान जारी है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और जांच में सहयोग करें।
यह मामला सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है और इससे आतंकी साजिश की आशंका भी जताई जा रही है।

