राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आज उत्तराखंड विधानसभा में अभिभाषण, राज्य की 25 साल की यात्रा पर चर्चा
देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर आयोजित दो दिवसीय विधानसभा के विशेष सत्र का आज सोमवार, 3 नवंबर को पहला दिन है। सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे राष्ट्रगान के साथ होगी।
राष्ट्रपति के सम्मान में होगा विशेष आयोजन
कार्यक्रम के तहत सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण राष्ट्रपति के स्वागत में भाषण देंगी। इसके बाद क्रमशः नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह अपने संबोधन देंगे।
प्रत्येक भाषण के लिए पांच-पांच मिनट का समय निर्धारित किया गया है। इसके बाद करीब 11:25 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सदन को संबोधित करेंगी।
राज्य की 25 साल की विकास यात्रा पर होगी चर्चा
राष्ट्रपति के संबोधन के बाद पुनः राष्ट्रगान होगा, जिसके पश्चात सदन की कार्यवाही आगे बढ़ेगी। सत्र में राज्य की अब तक की उपलब्धियों, विकास यात्रा और भविष्य के रोडमैप पर विशेष चर्चा की जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार ने पहले ही विस्तृत विकास रोडमैप दस्तावेज़ तैयार किया है।
कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में तय हुआ कार्यक्रम
विशेष सत्र के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए 2 नवंबर (रविवार) को कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई।
बैठक में तय किया गया कि यह दो दिवसीय सत्र पूरी तरह रजत जयंती वर्ष की भावना को समर्पित रहेगा।
भाजपा विधान मंडल दल की बैठक में हुई तैयारियों की समीक्षा
रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में भाजपा विधान मंडल दल की बैठक हुई। बैठक में विशेष सत्र की रूपरेखा, कार्यक्रम की तैयारियों और विधायी कार्यों पर विस्तृत चर्चा की गई। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूरी ने स्वयं सदन पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण का बयान
“सभी व्यवस्थाएं समयबद्ध और उच्चस्तरीय समन्वय के साथ पूरी की जाएं, ताकि यह ऐतिहासिक सत्र उत्तराखंड की गरिमा और परंपरा के अनुरूप भव्य रूप में संपन्न हो।
यह सत्र राज्य की 25 वर्षों की विकास यात्रा और आने वाले वर्षों की संभावनाओं पर केंद्रित रहेगा।” – ऋतु खंडूरी भूषण, अध्यक्ष, उत्तराखंड विधानसभा
संसदीय कार्यमंत्री सुबोध उनियाल का वक्तव्य
“यह सत्र राज्य के लिए ऐतिहासिक है क्योंकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण उत्तराखंड के इतिहास का स्वर्णिम क्षण होगा। राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप सशक्त, आत्मनिर्भर और समृद्ध उत्तराखंड के निर्माण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।”– सुबोध उनियाल, संसदीय कार्यमंत्री
राष्ट्रपति का कार्यक्रम: नैनीताल और कैंची धाम
राष्ट्रपति मुर्मू विधानसभा सत्र में संबोधन के बाद नैनीताल के लिए रवाना होंगी। वहां वे राजभवन की स्थापना के 125 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में शामिल होंगी।
4 नवंबर को राष्ट्रपति कैंची धाम स्थित नीब करौरी बाबा (नीम करोली बाबा) आश्रम जाएंगी और कुमाऊं विश्वविद्यालय के 20वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगी। इसके बाद वह नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगी।
