बड़ी खब्त: हाथियों की लगातार मौत से हरिद्वार वन प्रभाग में हड़कंप, विभाग ने मांगा जवाब

हाथियों की लगातार मौत से हरिद्वार वन प्रभाग में हड़कंप, विभाग ने मांगा जवाब

देहरादून। हरिद्वार वन प्रभाग में एक हफ्ते के भीतर तीन हाथियों की रहस्यमयी मौत ने वन विभाग में हड़कंप मचा दिया है। लगातार तीन मौतों के बाद अब विभाग हरकत में आया है। प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) स्वप्निल ने संबंधित रेंज अधिकारी और कर्मचारियों से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है।

गौरतलब है कि वन विभाग में हाथियों की मौत और विभाग की सुस्ती का मामला उजागर होने के बाद ही विभाग ने तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू की।

24 घंटे में हरकत में आया वन विभाग

सूत्रों के मुताबिक, हरिद्वार डिवीजन के कानपुर रेंज में पिछले एक हफ्ते के भीतर तीन नर हाथियों के शव मिले थे। इनमें से एक हाथी की मौत निजी भूखंड में करंट लगने से हुई थी। विभाग को यह जानकारी तीन दिन बाद मिली, जिस पर अब जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब मांगा गया है।

वन मंत्री सुबोध उनियाल का बयान

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि विभाग मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है। “मामले में कार्रवाई की जा रही है। जिस स्तर पर भी गलती होगी, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।”— सुबोध उनियाल, वन मंत्री, उत्तराखंड

भूस्वामी पर मुकदमा दर्ज

वन विभाग ने करंट से हुई एक हाथी की मौत के मामले में निजी भूमि स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अन्य दो हाथियों की मौत के कारणों का भी खुलासा हो जाएगा।

वन्यजीव संरक्षण पर उठे सवाल

हरिद्वार क्षेत्र में हाथियों की आवाजाही आम बात है, लेकिन लगातार हो रही मौतों ने वन्यजीव सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मानव-हाथी संघर्ष लगातार बढ़ रहा है, और विभाग की गश्त व्यवस्था को और सख्त करने की आवश्यकता है।

DFO स्वप्निल का बयान

“तीन दिन तक मौत की जानकारी न मिलना गंभीर लापरवाही है। रेंज अधिकारी और संबंधित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।”