टैक्स चोरी पर बड़ी कार्रवाई, 2.21 करोड़ रुपये की वसूली
देहरादून। प्रदेश में फर्जी बिलों और बोगस फर्मों के जरिए इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का खेल कर सरकारी खजाने को चपत लगाने वाले कारोबारियों पर राज्य कर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री के निर्देश और आयुक्त राज्य कर सोनिका के मार्गदर्शन में विशेष जांच शाखा की टीमों ने काशीपुर और रुद्रपुर में छापेमारी की। कार्रवाई में टैक्स चोरी का बड़ा नेटवर्क सामने आया और मौके पर ही 2.21 करोड़ रुपये का राजस्व वसूला गया।
काशीपुर की लिथियम बैट्री फर्म बेनकाब
महुवाखेड़ा स्थित लिथियम बैट्री परिशोधन फर्म ने दिल्ली की फर्जी कंपनियों से खरीद दिखाकर करोड़ों का आईटीसी क्लेम किया था। जांच में गड़बड़ी उजागर होते ही फर्म संचालक ने तत्काल 50 लाख रुपये राजकोष में जमा कराए।
रुद्रपुर की ऑटो पार्ट्स फर्म पर गाज
भूरारानी रोड स्थित एक ऑटो पार्ट्स निर्माता फर्म ने मिथ्या आईटीसी के सहारे अपनी वास्तविक करदेयता छिपाई हुई थी। विभागीय टीम की कार्रवाई में इसका खुलासा हुआ और मौके पर ही 13.5 लाख रुपये वसूले गए। अब इस फर्म को आगे भी कड़ी निगरानी में रखा जाएगा।
ठेकेदार ने दबाया करोड़ों का टैक्स
काशीपुर के चैती गांव के ठेकेदार ने सरकारी विभागों से 8.75 करोड़ रुपये का भुगतान लिया, लेकिन जीएसटी जमा नहीं किया। छापेमारी के दौरान उसने 1.57 करोड़ रुपये टैक्स जमा किया और बाकी महीनों का बकाया चुकाने का लिखित आश्वासन दिया।
सीएम की निगरानी में ऑपरेशन
आयुक्त सोनिका ने कहा कि फर्जी कंपनियों और बोगस बिलों के जरिए टैक्स चोरी करने वाले अब विभाग की राडार पर हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह अभियान लगातार जारी रहेगा और टैक्स माफियाओं पर “जीरो टॉलरेंस” नीति अपनाई जाएगी।

