बिग ब्रेकिंग: STF की सख्त पूछताछ में टूटा खालिद, उगले सभी राज। आप भी पढ़ें….

STF की सख्त पूछताछ में टूटा खालिद, उगले सभी राज। आप भी पढ़ें….

देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मुख्य आरोपी खालिद मलिक ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने ही पूरी साजिश रची और परीक्षा कक्ष से प्रश्नपत्र मोबाइल के जरिए बाहर भेजा। हालांकि, पुलिस के अनुसार वह उत्तर देख पाने में नाकाम रहा।

असफलता से उपजी साजिश

खालिद ने पुलिस को बताया कि वह कई बार प्रतियोगी परीक्षाओं में मामूली अंकों से असफल हुआ। निराशा में उसने नकल की योजना बनाई और परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन छिपाकर लाने का तरीका निकाला।

असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन और बहन साबिया की भूमिका

खालिद ने टिहरी की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन से संपर्क किया। उसने अपनी बहन साबिया को मोबाइल दिया और कहा कि प्रश्नपत्र की फोटो सुमन को भेजकर उत्तर मंगवाने हैं।

योजना के मुताबिक, 21 सितंबर को परीक्षा शुरू होते ही उसने प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर साबिया को भेज दी। साबिया ने तस्वीरें सुमन को ट्रांसफर कीं। हालांकि, कक्ष निरीक्षक ने खालिद को दोबारा बाथरूम जाने की अनुमति नहीं दी, जिसके चलते वह उत्तर देख नहीं सका।

कैसे पहुंचा मोबाइल परीक्षा केंद्र?

खालिद ने परीक्षा से एक दिन पहले बहादुरपुर जट (हरिद्वार) स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया। नई निर्माणाधीन बिल्डिंग का फायदा उठाकर उसने ईंटों के बीच iPhone 12 mini छिपा दिया और परीक्षा वाले दिन वहीं से निकाल लिया।

सोशल मीडिया पर लीक और भागने की कोशिश

परीक्षा के बाद खालिद ने देखा कि उसके द्वारा खींची गई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। घबराकर उसने मोबाइल और सिम कार्ड नष्ट करने की कोशिश की और लखनऊ तक भाग गया। दिल्ली-लखनऊ होते हुए वह दोबारा हरिद्वार लौटा, लेकिन देहरादून में सरेंडर की कोशिश के दौरान STF और पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

पुलिस की कार्रवाई

खालिद से घंटों पूछताछ के बाद पुलिस ने उसका मोबाइल बरामद किया और फॉरेंसिक जांच को भेजा। इससे पहले उसकी बहन साबिया को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। फिलहाल किसी संगठित गिरोह की संलिप्तता सामने नहीं आई है।

आरोपी का बैकग्राउंड

खालिद (35) मूल रूप से हरिद्वार जिले के लक्सर का निवासी है। उसने 2013 में राजस्थान की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया और बाद में हापुड़ से स्नातक की डिग्री हासिल की।

पुलिस की अपील

जांच अधिकारी ने कहा है कि यदि किसी के पास इस प्रकरण से जुड़े साक्ष्य हों, तो उन्हें तुरंत पुलिस को उपलब्ध कराएं।