उत्तराखंड में आफत की बारिश। सड़कें टूटीं, पुल बह गए, 1000 करोड़ का नुकसान दर्ज
देहरादून। इस साल मॉनसून ने उत्तराखंड में भारी तबाही मचाई है। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक अब तक अनुमानित 1000 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान प्रदेश में दर्ज किया गया है।
अकेले लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) को ही करीब 350 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। सड़कों और पुलों को पूर्व स्थिति में लाने के लिए भारी बजट की जरूरत होगी।
प्रदेश के कई हिस्सों में अब भी सड़कें बाधित हैं। गंगोत्री धाम का मार्ग हर्षिल के पास क्षतिग्रस्त है, जहां सड़क का लगभग 150 मीटर हिस्सा पानी के भीतर है।
वहीं, यमुनोत्री धाम मार्ग पर स्यानाचट्टी के पास नाले से आया मलबा झील जैसी स्थिति बना रहा है, जिससे पीडब्ल्यूडी को दिक्कत हो रही है। बदरीनाथ हाईवे बार-बार भूस्खलन से बाधित हो रहा है, जबकि केदारनाथ मार्ग अभी सुचारु है।
लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज कुमार पांडे के अनुसार, “इस सीजन में अब तक अनुमानित 350 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। फिलहाल जर्जर पुलों को बैली ब्रिज से जोड़ा गया है, जबकि मॉनसून बाद स्थायी पुलों का निर्माण किया जाएगा।”
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि केंद्र सरकार की टीम जल्द ही प्रदेश का दौरा करेगी और नुकसान का आकलन करेगी। विभाग फिलहाल सभी विभागों की रिपोर्ट को संकलित कर नुकसान का मेमोरेंडम तैयार कर रहा है, जिसे भारत सरकार को भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने भी समीक्षा बैठकों में निर्देश दिए हैं कि प्रभावित इलाकों में राहत और पुनर्निर्माण कार्य तेज़ी से पूरे किए जाएं।


 
                     
                    