UKSSSC की समूह ‘ग’ भर्ती का परीक्षा कैलेंडर जारी। अक्टूबर से जून तक होंगी परीक्षाएं
- अक्टूबर 2025 से जून 2026 तक होंगी लिखित, टंकण, आशुलेखन व शारीरिक दक्षता परीक्षाएं
देहरादून। लंबे इंतजार के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने समूह ‘ग’ के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया है।
आयोग सचिव शिव कुमार बरनवाल के हस्ताक्षर से जारी अधिसूचना में अक्टूबर 2025 से जून 2026 तक होने वाली लिखित, टंकण, आशुलेखन और शारीरिक दक्षता परीक्षाओं का पूरा कैलेंडर जारी किया गया है।
आयोग कार्यालय को अब तक विभिन्न विभागों से प्राप्त अधियाचनों के आधार पर यह कार्यक्रम तय किया गया है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, वन, कृषि, लेखा, वाहन चालक और विज्ञान वर्ग के सैकड़ों पद शामिल हैं।
परीक्षा कार्यक्रम एक नजर में
- वन दरोगा (124 पद) → परीक्षा 28 अक्टूबर 2025 से।
- सहायक लेखाकार व समकक्ष (70 पद) → 17 नवम्बर 2025 से।
- सहायक विद्यानिक अधिकारी/सांख्यिकी अधिकारी (20 पद) → 15 दिसम्बर 2025 से।
- प्राथमिक शिक्षक (128 पद, शिक्षा विभाग) → विज्ञापन 12 सितम्बर 2025, परीक्षा 18 जनवरी 2026।
- विशेष व्याख्याता (62 पद) → विज्ञापन 26 सितम्बर 2025, परीक्षा 1 फरवरी 2026।
- वाहन चालक (37 पद) → विज्ञापन 15 अक्टूबर 2025, परीक्षा 22 फरवरी 2026।
- कृषि स्नातक/इंटरमीडिएट अहर्ता (212 पद) → विज्ञापन 31 अक्टूबर 2025, परीक्षा 15 मार्च 2026।
- सहायक लेखाकार (36 पद) → विज्ञापन 14 नवम्बर 2025, परीक्षा 29 मार्च 2026।
- वाहन चालक परीक्षा (संयुक्त) → 17 अप्रैल 2026 से।
- सामान्य ग्रुप सी पद (386 पद) → विज्ञापन 5 दिसम्बर 2025, परीक्षा 10 मई 2026।
- आईटीआई/हिसाब अहर्ता (41 पद) → विज्ञापन 24 दिसम्बर 2025, परीक्षा 31 मई 2026।
- विज्ञान स्नातक/इंटरमीडिएट (4 पद) → विज्ञापन 7 जनवरी 2026, परीक्षा 7 जून 2026।
- स्नातक स्तर परीक्षा (48 पद) → विज्ञापन 21 जनवरी 2026, परीक्षा 21 जून 2026।
- टंकण एवं आशुलेखन परीक्षा → 30 जून 2026 से।
आयोग की स्पष्टता
आयोग ने अधिसूचना में उल्लेख किया है कि विज्ञापन/परीक्षा की तिथियां प्रस्तावित हैं, जिन्हें परिस्थितियों के अनुसार बदला भी जा सकता है। साथ ही विभिन्न विभागों से पद संख्या में कमी या वृद्धि होने पर भी समय-सारिणी में बदलाव संभव होगा।
उत्तराखंड में समूह ‘ग’ की भर्तियों का इंतजार लंबे समय से किया जा रहा था। पिछली परीक्षाओं में हुई गड़बड़ियों और जांच के कारण कई बार चयन प्रक्रिया प्रभावित हुई।
युवाओं और प्रतियोगियों की लगातार मांग के बाद आखिरकार आयोग ने नया कैलेंडर जारी किया है, जिससे हजारों बेरोजगार अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी।