छांगुर बाबा का अतीक अहमद कनेक्शन। धर्मांतरण, काला धन और माफिया राज का बड़ा पर्दाफाश
रिपोर्ट- साक्षी कंडवाल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण रैकेट के सरगना जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं, जिसमें न सिर्फ हजारों लोगों के धर्मांतरण का जाल, बल्कि दिवंगत माफिया अतीक अहमद से उसके गहरे संबंध और 100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है।
यूपी एटीएस और ईडी की जांच में सामने आया है कि, छांगुर बाबा धार्मिक आस्था की आड़ में एक बड़े आपराधिक सिंडिकेट का संचालन कर रहा था, जिसके तार अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जुड़े हो सकते हैं।
माफिया अतीक अहमद से चौंकाने वाला गठजोड़
छांगुर बाबा का सबसे बड़ा और चौंकाने वाला कनेक्शन दिवंगत गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद से सामने आया है। पूर्व बीजेपी सांसद दद्दन मिश्रा ने खुलासा किया है कि, छांगुर बाबा 2014 के लोकसभा चुनावों में अतीक अहमद के लिए श्रावस्ती सीट से प्रचार कर रहा था।
वह अतीक अहमद के साथ कई जनसभाओं में मंच साझा करते हुए देखा गया था। यह गठजोड़ अब जांच एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी बन गया है, जो यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि, क्या छांगुर बाबा, अतीक अहमद के आपराधिक साम्राज्य का भी हिस्सा था।
धर्मांतरण का काला साम्राज्य और विदेशी फंडिंग
छांगुर बाबा पर आरोप है कि उसने “लव जिहाद” और अन्य तरीकों से हिंदू महिलाओं और नाबालिगों का बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया। यह कोई साधारण रैकेट नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित नेटवर्क था, जिसे विदेशों से भारी फंडिंग मिल रही थी।
ईडी ने उसके और उसके करीबियों से जुड़े लगभग 40 बैंक खातों में 100 करोड़ रुपये से अधिक के विदेशी लेनदेन का पता लगाया है।
यह धन कथित तौर पर लोगों को धर्मांतरण के लिए लुभाने या मजबूर करने में इस्तेमाल किया जाता था। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान और दुबई जैसे देशों से भी उसे फंडिंग मिलने के संकेत मिले हैं।
अवैध संपत्तियां और बुलडोजर कार्रवाई
धर्मांतरण के इस काले धंधे से छांगुर बाबा ने बलरामपुर और पुणे में 100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्तियां अर्जित कीं।
बलरामपुर में उसकी आलीशान हवेली को हाल ही में जिला प्रशासन ने अवैध घोषित करते हुए ध्वस्त कर दिया है। प्रशासन अब उससे इस तोड़फोड़ का खर्च भी वसूलने की तैयारी में है, जो एक कड़ा संदेश है।
पीड़ितों की आपबीती और ISI कनेक्शन के संकेत
इस रैकेट की दो पीड़ित महिलाओं ने सामने आकर अपनी आपबीती सुनाई है, जिसमें उन्होंने यौन शोषण और जबरन धर्मांतरण के आरोप लगाए हैं।
एक पीड़िता ने तो यहां तक दावा किया है कि उसने भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिशों के बारे में सुना था। जांच में छांगुर बाबा के नेपाल और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से संभावित संबंध भी सामने आए हैं, जिससे इस मामले की गंभीरता और बढ़ जाती है।
छांगुर बाबा की गिरफ्तारी और उससे जुड़े ये खुलासे उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण रैकेट, आपराधिक गतिविधियों और राजनीतिक सांठगांठ के एक बड़े और खतरनाक नेटवर्क का पर्दाफाश करते हैं।
जांच एजेंसियां इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रही हैं और आने वाले समय में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।