बड़ी खबर: JE ने किया शट डाउन ऑन, झुलसा लाइन मैन। अधिशासी अभियंता और JE बोले मामल संज्ञान में नहीं….

JE ने किया शट डाउन ऑन, झुलसा लाइन मैन। अधिशासी अभियंता और JE बोले मामल संज्ञान में नहीं….

  • अधिशासी अभियंता बोलीं मेरे संज्ञान में नहीं है मामला
  • घटना में झुलसा लाइनमेन का बाँया हाथ और पैर
  • उपचार के लिए लाइनमेन को लाया गया था अस्पताल

कोटद्वार। अब कोटद्वार विद्युत वितरण उपखंड कोटद्वार के सिद्धबली बिजली घर क्षेत्र का मामला प्रकाश में आया है। शट डाउन के बाद लाइन पर चढ़े लाइन मैन के कार्य करने के दौरान ही जेई ने बिना जानकारी के ही शट डाउन ऑन कर दिया, जिससे लाइन मेन का बाँया हाथ और पैर झुलस गए। अपनी इस गलती पर विद्युत विभाग ने अब पर्दा डालना शुरू कर दिया है।

ठेकेदार इतेंद्र सिंह ने बताया कि, सिद्धबली बिजली घर में उनकी ओर से एक कर्मी मोनू कुमार को रखा गया था। बीती 16 जून को 12.35 बजे डिग्री कॉलेज रोड पर लाइन खराब होने पर कर्मी मोनू कुमार को लाइन ठीक कराने लगाया गया था।

ठेकेदार इतेंद्र सिंह ने बताया कि, लाइन ठीक करने से पूर्व जेई स्वप्निल जोशी को शट डाउन के लिए सूचित किया गया था, जिसके बाद शट डाउन कर दिया गया, लेकिन विद्युत लाइन ठीक करने के दौरान ही जेई ने बिना जानकारी के शट डाउन ऑन कर दिया, जिससे लाइन ठीक करने खंभे पर चढ़े कर्मी के हाथ और पैर बुरी तरह से झुलस गए।

क्या होते हैं शट डाउन के नियम

किसी भी क्षेत्र की यदि विद्युत लाइन खराब होती है, तो सूचना आने पर क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारी को सूचित किया जाता है, जो कर्मचारी को भेजकर वहां की स्थिति की जानकारी देता है।

जिसके बाद जिम्मेदार अधिकारी ही शट डाउन से लेकर शट डाउन ऑन करने तक के लिए जिम्मेदार होता है। उधर, फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम में विद्युत विभाग अपनी किरकिरी होने से बचने के लिए पर्दा डालने पर लगा हुआ है।

मामले में सिद्धबली बिजली घर में तैनात जेई स्वप्निल जोशी ने बताया कि, मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। ठेकेदार से बात कर लीजिए। विद्युत वितरण उपखंड कोटद्वार की अधिशासी अभियंता नंदिता अग्रवाल ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है।