चमोली में रतगाँव को जोड़ने वाला वैली ब्रिज टूटा
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली के रतगाव को जोड़ने वाला निर्माणाधीन वैली ब्रिज एक झटके में टूट कर गिर गया टैक्निकल विभाग में अनुभाविहीन अधिकारियों के चलते 60 मी 0 स्पान का यह निर्माणाधीन वैली ब्रिज टूट कर गिर गया।
बता दें कि, कुछ सालों से थराली के रतगांव को जोड़ने वाला मोटर पुल कुछ सालों पहले प्राणमती नदी की चपेट में आने से पुल बह गया था, जिसके चलते यहां से आवाजाही करना स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही थी।
बरसात के समय यहां के ग्रामीणों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो जाती है। क्योंकि रातगांव को जोड़ने वाला पुल बहने के बाद 2 साल से लगातार शासन-प्रशासन तथा लोक निर्माण विभाग के दफ्तरों के चक्कर लगाते ग्रामीणों की समस्या अब और बढ़ती नजर आ रही है।
लंबे समय के पुल की मांग कर रहे ग्रामीणों को आखिरकार वैली ब्रिज का काम शुरू हो गया था, लेकिन निर्माणाधीन वैली ब्रिज जिसकी लंबाई 60 मी० थी, वह अचानक टूट कर गिर गया जिससे अब लोक निर्माण विभाग की कार्य प्रणाली एवं अनुभवहीन अधिकारियों पर भी सवाल उठने लाजिमी है कि, आखिरकार इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन है।
आपको बता दें कि, जबकि लोक निर्माण विभाग एक टैक्निकल डिपार्टमेंट है, फिर भी इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई। अगर समय रहते तुरंत वैली ब्रिज का निर्माण नहीं किया गया तो आने वाली बरसात में तीन माह के लिए रतगांव के ग्रामीणों को आवाजाही पूरी तरह तप हो जाएगी।
क्योंकि यह वैली ब्रिज प्राणमती नदी घटगाड़ नामक स्थान पर बन रहा था। अब देखने वाली बात होगी कि अब लोक निर्माण विभाग कैसे जल्द से जल्द इस निर्माणधीन वैली ब्रिज को कब तक तैयार करेगा। ग्रामीणों को बरसात के समय होने वाली परेशानियों के निजात मिलेगी या नहीं।
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता जगदीश कुमार टम्टा ने जानकारी देते हुए बताया कि, निर्माणाधीन वैली ब्रिज का काम चल रहा था मजदूरों की गलती के चलते यह वैली ब्रिज टूट गया है, इसमें कोई जनहानि नहीं हुई है। जल्द ही वैली ब्रिज का कार्य 1 – 2 दिन में शुरू किया जाएगा।