बड़ी खबर: कोटद्वार कोर्ट के बाहर जोरदार प्रदर्शन। पीड़िता की मां के छलके आंसू, बोली हमें फांसी की उम्मीद थी….

कोटद्वार कोर्ट के बाहर जोरदार प्रदर्शन। पीड़िता की मां के छलके आंसू, बोली हमें फांसी की उम्मीद थी….

देहरादून। उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में न्याय की एक अहम कड़ी जुड़ गई है। कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय (एडीजे कोर्ट) ने शुक्रवार को बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाते हुए तीनों आरोपियों पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को हत्या का दोषी करार दिया है।

फैसले के ऐन पहले कोर्ट परिसर के बाहर माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया था। सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बावजूद, बड़ी संख्या में जुटी भीड़ ने पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश की और न्यायालय की ओर बढ़ने लगी। पुलिस ने पूरी ताकत से स्थिति को संभाला और भीड़ को नियंत्रित किया।

जैसे ही कोर्ट का फैसला आया, पीड़िता की मां की आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद थी कि आरोपियों को फांसी की सजा मिलेगी, लेकिन कोर्ट का फैसला हमारे लिए एक बड़ी राहत है।”

अंकिता भंडारी, जो एक रिसॉर्ट में काम करती थीं, की निर्मम हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया था। इस मामले में जनता का आक्रोश लगातार बना रहा और लोग न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतरते रहे।

अब जबकि कोर्ट ने आरोपियों को दोषी करार दे दिया है, न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। पूरे प्रदेश की निगाहें अब आगामी सजा की घोषणा पर टिकी हैं, जो जल्द ही सुनाई जाएगी।

यह फैसला सिर्फ अंकिता के परिवार के लिए नहीं, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था में भरोसे की एक नई किरण बनकर उभरा है।