वीडियो: पुलिस पर मतदाताओं को रोकने और रिवाल्वर दिखाने का आरोप। सात ससपेंड

पुलिस पर मतदाताओं को रोकने और रिवाल्वर दिखाने का आरोप। सात ससपेंड

उत्तर प्रदेश। मीरापुर विधानसभा के उपचुनाव के दौरान हंगामे और तनाव की स्थिति बन गई, जिसमें 60 प्रतिशत मतदान हुआ। ककरौली में पुलिस पर मतदाताओं को रोकने और रिवाल्वर दिखाने का आरोप लगाया गया। व्यवस्था बिगड़ने के बाद, रुड़कली और जौली में तैनात दो उपनिरीक्षकों को निलंबित कर दिया गया।

देखें वीडियो:-

पुलिस पर रिवाल्वर तानने का आरोप

ककरौली में मतदान के दौरान एक वायरल वीडियो में पुलिसकर्मियों को महिलाओं पर रिवाल्वर तानते हुए देखा गया।

इस घटना को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मतदाताओं को मतदान से रोकने और धमकाने के लिए रिवाल्वर का इस्तेमाल किया। उन्होंने इसे एक संगठित साजिश करार दिया और वीडियो को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया।

अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोक्ट करते हुए लिखा, ‘मीरापुर के ककरौली थाना क्षेत्र के SHO को चुनाव आयोग तुरंत निलंबित किया जाए, क्योंकि वो रिवॉल्वर से धमकाकर वोटर्स को वोट डालने से रोक रहे हैं।

सड़क पर उतरे मुस्लिम मतदाता

मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक चला। ककरौली गांव में मुस्लिम मतदाता सड़क पर आ गए और आरोप लगाया कि उन्हें मतदान से रोकने की कोशिश की जा रही है।

इसके बाद जाम लगाने की कोशिश की गई, जिस पर पुलिस ने बल प्रयोग किया। इस दौरान पुलिस पर पथराव भी किया गया। मौके पर पहुंचे एसएसपी अभिषेक सिंह ने मतदाताओं को शांत किया।

एसएसपी ने रिवाल्वर तानने की घटना पर दी सफाई

एसएसपी अभिषेक सिंह ने रिवाल्वर तानने के मामले में सफाई दी कि वीडियो पूरी तरह से सच नहीं है। उन्होंने कहा कि वीडियो आधा है और यह साजिश के तहत वायरल किया गया है।

पुलिस वहां झड़प की सूचना मिलने पर पहुंची थी, और जब भीड़ को हटाने का प्रयास किया गया तो पथराव किया गया। महिलाओं को आगे कर उपद्रवियों ने यह स्थिति बनाई और पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया।

चुनाव आयोग तक पहुंची शिकायतें

जौली और सीकरी गांव से शिकायतें मिलीं कि पुलिस ने बैरियर लगाकर मतदाताओं को रोक दिया था। कुछ आरोपों के मुताबिक, मुस्लिम मतदाताओं को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया गया। इस पर चुनाव आयोग को शिकायतें पहुंची।

दोषी दरोगाओं पर कार्रवाई

रुड़कली और जौली में तैनात दो दरोगाओं—नीरज कुमार और ओमपाल सिंह—को मतदान प्रक्रिया में ढिलाई बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि चुनाव आयोग को स्थिति से अवगत कराया गया है और मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सात पुलिसकर्मी सस्पेंड

इससे पहले चुनाव आयोग ने 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था. मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि प्रदेश में सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया. इसमें 2 कानपुर, 2 मुजफ्फरनगर और 3 मुरादाबाद के पुलिसकर्मी शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि मतदाताओं की ID चेक की जाए. यह काम पोलिंग बूथ के अंदर मतदान कर्मी करेंगे।

चुनाव अधिकारी ने कहा कि बाहर जो पुलिसकर्मी कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगे हैं, उनके द्वारा किसी प्रकार की चेकिंग और किसी को रोका नहीं जाएगा. अगर ऐसी कोई शिकायत आती है और जांच में सही पाया जाएगा तो चुनाव आयोग इसे गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करेगा।