खुशखबरी: उपभोक्ताओं को 84.19 करोड़ रुपये वापस लौटाएगा ऊर्जा निगम। जानिए कैसे?….

उपभोक्ताओं को 84.19 करोड़ रुपये वापस लौटाएगा ऊर्जा निगम। जानिए कैसे?….

देहरादून। उत्तराखंड के बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। ऊर्जा निगम उपभोक्ताओं को 84.19 करोड़ रुपये वापस लौटाएगा। यह राशि अक्टूबर माह के बिजली बिल में रिबेट के तौर पर कम की जाएगी।

दरअसल, बिजली खरीद की लागत में कमी आने के चलते उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (यूईआरसी) ने ऊर्जा निगम को उपभोक्ताओं को धनराशि लौटाने का प्राविधान किया है। लिहाजा, उपभोक्ताओं से वसूल की गई अतिरिक्त धनराशि को आगामी माह के बिल में समायोजित किया जाएगा।

उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के टैरिफ आदेश 28 मार्च 2024 के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 की औसत विद्युत क्रय लागत 5.03 रुपये प्रति यूनिट स्वीकृत की गई थी।

जिसके सापेक्ष यूपीसीएल (ऊर्जा निगम) की माह अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 की अवधि में औसत विद्युत बिजली क्रय लागत 4.75 प्रति यूनिट रही।

इस प्रकार अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 की अवधि में यूपीसीएल की विद्युत क्रय लागत में अनुमोदित विद्युत क्रय लागत के सापेक्ष 0.28 रुपये प्रति यूनिट (6 प्रतिशत) की कमी दर्ज की गई।

इस विद्युत क्रय लागत मद में लगभग 220 करोड़ रुपये की बचत हुई। विद्युत क्रय लागत में इस प्रकार हुई बचत की धनराशि को यूपीसीएल द्वारा मासिक आधार पर उपभोक्ताओं को विद्युत बिलों में फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट (एफपीपीसीए) मद में छूट प्रदान कर वापस की जा रही है।

यूपीसीएल द्वारा माह जुलाई 2024 में 39.06 करोड़ ( 0.30 रुपए प्रति यूनिट), माह अगस्त 2024 में 67.10 करोड़ (0.52 रुपए प्रति यूनिट), माह सितम्बर 2024 में 28.88 करोड़ (0.23 रुपए प्रति यूनिट) और माह अक्टूबर 2024 में 84.19 करोड़ (0.70 रुपए प्रति यूनिट) की उपभोक्ता बिलों में छूट दी जा रही है। यह धनराशि सभी वर्ग के विद्युत उपभोक्ताओं के बिल में बतौर रिबेट एडजस्ट की जाएगी।

ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार यादव ने बताया कि केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार एफपीपीसीए के तहत महंगी बिजली खरीद पर उपभोक्ताओं के बिल में अतिरिक्त वृद्धि की जाती है और औसत से कम दाम पर बिजली मिलने पर उपभोक्ताओं को अतिरिक्त धनराशि बिल में रिबेट के तौर पर लौटाई जाती है।

इस प्रकार जुलाई से लेकर अब अक्टूबर तक करीब सवा दो सौ करोड़ रुपए की धनराशि उपभोक्ताओं को रिबेट ले रूप में लौटाई जा रही है।