उत्तराखंड में यहां दो बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार
नैनीताल पुलिस द्वारा जिले में चलाए जा रहे सत्यापन अभियान में लगातार सफलता मिल रही है। इसी क्रम में हल्द्वानी पुलिस ने दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। दोनों भारत में अवैध रूप से निवास कर रहे थे। ये दोनों हल्द्वानी में लंबे समय से थे। जिन्हें आज पुलिस ने गिरफ्तार न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया है।
पति-पत्नी गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार सत्यापन अभियान में हल्द्वानी के गौजाजाली बिचली इलाके में मुन्नालाल पुत्र राम प्रसाद मौर्या के मकान में दो संदिग्ध लोगों की पहचान हुई।
जब पुलिस ने इनकी जांच पड़ताल की तो दो बांग्लोदशी निकले। पूछताछ में एक ने अपना नाम नारायण विश्वास पुत्र मेघनाद विश्वास निवासी कचुवा अभय नगर सिरधौरपुर 7460 जसौर बांग्लादेश बताया।
जबकि दूसरी गौरी विश्वास पत्नी नारायण विश्वास निवासी उसकी पत्नी है। दोनों बीजा पर भारत आये थे। दोनों का वीजा विगत 28 फरवरी को खत्म हो चुका है।
गौजाजाली बिचली में रहते थे दोनों
पूछताछ में उन्होंने बताया कि,अपनी पुत्री काकोली के उपचार के लिए वर्ष 2023 सितंबर माह में हरिदासपुर पश्चिम बंगाल लैंड इमिग्रेशन चौक पोस्ट से मेडिकल वीजा पर भारत में प्रवेश किया था।
मेडिकल वीजा क्रिश्वन मेडिकल कालेज बेलोर तमिलनाडू के लिए किया गया था। जहां मेडिकल कालेज में 13.09.2023 से 25.09.2023 तक इलाज कराया। काकोली को गले का कैसर निकला।
इसके बाद पिछले साल नवंबर में तीनों लालकुआं पहुंचे और उसके बाद गौजाजाली बिचली में गौरी की बहन शोभा मौर्य (विश्वास) जिसके द्वारा जो वर्ष 1997 में मुन्नालाल मौर्या के साथ विवाह कर भारत में रह रही है।
सात साले पहले उन्होंने हल्द्वानी गौजाजाली बिचली में जमीन लेकर मकान बनाया हैं। उनके यहां यह तीनों रहने लगे। नवंबर 2023 से सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी में काकोली का उपचार कराया।
लेकिन काकोली की इस वर्ष जुलाई में कैंसर के चलते मौत हो गई। बेटी की मौत के कुछ समय बाद आईटीआई तिराहे पर सब्जी का फड़ लगाकर दोनों यही रहने लगे।
28 फरवरी करे खत्म हो चुका है वीजा
पुलिस ने बताया कि, नारायण विश्वास व गौरी विश्वास जो कि मेडिकल बीजा पर भारत आये थे। उनके वीजे की अवधि 28 फरवरी 2024 को समाप्त हो चुकी है और भारत में अवैध रूप से प्रवास कर रहे हैं।
जो एक गंभीर अपराध है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद उन्हें न्यायालय पेश किया जा रहा है।