इन जिलों में बाहरी लोगों द्वारा भूमि खरीद-फरोख्त की जांच कर रिपोर्ट तलब
- 250 वर्ग मीटर से अधिक भूमि खरीद का मामला मिलने पर होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री भी स्वीकारते हैं कि राज्य के विभिन्न पर्यटक स्थलों पर जमीनों की सबसे अधिक खरीद-फरोख्त हुई। गढ़वाल में टिहरी, धनोल्टी, उत्तरकाशी,चमोली के औली, पौड़ी के लैंसडौन के आसपास बाहरी राज्यों के लोगों ने भूमि खरीदी।
इसी तरह कुमाऊं में भीमताल, नैनीताल, समेत कई अन्य पर्यटक स्थलों पर भी जमीन की खरीद-फरोख्त हुई। सीएम से सभी पर्यटक स्थलों में भूमि की खरीद-फरोख्त की जांच की मांग की गई है। लोगों की शिकायत है कि बसने के नाम पर खरीदी गई जमीन की सौदेबाजी का जमकर खेल हो रहा है।
सीएम के फैसले के बाद शिकायतें आने लगी हैं। राज्य आंदोलनकारियों ने भी फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने सीएम से शिकायत की कि कुछ प्रापर्टी डीलर आरक्षित वर्ग की जमीन का पहले खुद सौदा कर रहे और बाद में दूसरे वर्ग के लोगों को बेच रहे हैं।
गोलापार में ऐसी पूरी बस्ती बसा दी गई है। सीएम ने इसकी भी जांच करने के आदेश राजस्व सचिव को दिए हैं।
मनमाने ढंग से ज़मीनों को बेचने की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इससे जनसांख्यिकीय परिवर्तन हो रहा है। जमीन की खरीद-फरोख्त में यदि नियमों का उल्लंघन पाया गया तो सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी।
सख्त भू-कानून बनाने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित प्रारूप समिति को तेजी से काम करने के निर्देश दिए हैं। समिति हितधारकों की राय भी लेगी।- पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री