कृषि विश्वविद्यालय की कैंटीन के खाने में मिले कीड़े। 16 सैंपल जांच के लिए भेजे
उधमसिंह नगर। पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के छात्रावास की कैंटीन में परोसे गए खाने में कीड़े पाए जाने पर खाद्य विभाग की टीम ने गुरुवार को कैंटीन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने 16 खाद्य पदार्थो के सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिया है।
साथ ही छात्रावास के अधिकारियों को छात्रों को गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थ परोसने के निर्देश दिए। उन्होंने खाद्य से संबंधित किसी भी मामले में टोल फ्री नंबर पर शिकायत करने की अपील की है।
वहीं टीम द्वारा किए गए एकाएक निरीक्षण से हॉस्टल की कैंटीन में अफरातफरी का माहौल हो गया। इस दौरान टीम ने कैंटीन से मलका दाल, सूजी, बेसन, सोया सॉस, सब्जी मसाला, पोहा, नमक, चने की दाल, आटा, मैदा, साबुत धनिया, अजवाइन, पापड़, चीनी, चायपत्ती, गुलाब जामुन (मिक्स) के कुल 16 नमूने जांच हेतु लिये। अस्वच्छ एवं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थों के निर्माण में चालान भरने की कार्रवाई की गयी।
खाद्य पदार्थों के नमूनों को जांच हेतु राजकीय खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला, रुद्रपुर ऊधमसिंह नगर एवं देवांश खाद्य प्रयोगशाला, रुड़की भेजा गया है। इस दौरान छात्रावास वार्डन, मैनेजर एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया कि एफएसएस एक्ट 2006 (Food Safety and Standards Act) के मानकों के अनुरूप एवं अनुसूची 04 के अन्तर्गत साफ-सफाई युक्त स्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों का निर्माण कर ही छात्राओं को उपलब्ध करायें।
जिला अभिहित अधिकारी द्वारा सभी ठेकेदार, वार्डन, मैनेजर, सुपरवाइजर को निर्देश देते हुए कहा की छात्राओं को गुणवत्ता युक्त खाद्य सामग्री ही परोसी जाए। यदि कोई ठेकेदार इस प्रकार का भोजन उपलब्ध नहीं कराता है, तो इसकी शिकायत खाद्य सुरक्षा विभाग तथा टोल फ्री नम्बर 18001804246 पर की जाए।
अभिहित अधिकारी (Designated) खाद्य संरक्षा एवं औषधीय प्रशासन डॉक्टर प्रकाश चंद्र फुलारा ने बताया कि मुख्यालय को सूचना दी गई थी कि कृषि विश्वविद्यालय की सुभाष भवन छात्रावास की कैंटीन के खाने में कीड़े मिले हैं।
जिसके बाद मुख्यालय के निर्देश पर गुरुवार को खाद्य विभाग की टीम सुभाष हॉस्टल की कैंटीन के निरीक्षण के लिए गई हुई थी। मौके पर 16 खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग की गई है. साथ ही चालान भी किया गया है।
डॉक्टर बृजेश सिंह अधिष्ठाता छात्र कल्याण कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर ने बताया कि, मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच कर कैंटीन संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।