महिला अपराधों के खिलाफ रीजनल पार्टी ने किया सचिवालय घेराव, जमकर नारेबाजी
देहरादून। महिलाओं पर आए दिन बढ़ रहे अपराधों से आक्रोशित राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने सचिवालय घेराव किया। देहरादून के गांधी पार्क से राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ता रैली निकालते हुए नारेबाजी करते हुए सचिवालय कूच के लिए निकले।
सचिवालय से कुछ ही दूरी पर भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने बैरिकेडिंग लगाकर जुलूस को रोक दिया तो थोड़ी देर नोंक-झोंक के बाद पार्टी कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गये और जमकर भाषण तथा नारेबाजी करने लगे।
कुछ समय बाद सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह ने आकर पार्टी पदाधिकारी से वार्ता की और पार्टी की मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी प्रेषित किया।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि, महिलाओं के खिलाफ बढ रहे अपराधों को राजनीतिक और धार्मिक चश्मे से देखना बंद करना होगा, तभी अपराध रुक सकेंगे।
प्रदेश संगठन सचिव सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि, राज्य में हर सरकारी और गैर सरकारी संस्थान में महिलाओं की समस्याओं से संबंधित एक विशेष सेल की स्थापना अनिवार्य रूप से की जानी चाहिए ताकि समय रहते महिलाओं का उत्पीड़न रोका जा सके।
रीजनल पार्टी की यमकेश्वर प्रभारी द्रौपदी रावत ने कहा कि, सत्ताधारी पार्टी सैकड़ों किलोमीटर दूर कोलकाता में महिला के रेप मर्डर के मामले में तो उत्तराखंड में जुलूस निकालती है, लेकिन अंकिता भंडारी हत्याकांड के मामले पर चुप्पी साध लेती है, यह शर्मनाक है।
महिला मोर्चा की महानगर अध्यक्ष शशि रावत ने कहा कि, सत्ताधारी पार्टी अपने ही पदाधिकारियों द्वारा किए जा रहे महिला उत्पीड़न पर मौन साध लेती है, इससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
इस अवसर पर रामेश्वर पांडेय, अनुपमा भारद्वाज, शशि रावत, मनोरमा चमोली, उपेंद्र सकलानी,भगवती नौटियाल, आदि ने संबोधित किया।
ये लोग प्रमुखता से रहे शामिल
इस प्रदर्शन मे शिव प्रसाद सेमवाल, संजय डोभाल, सुलोचना ईष्टवाल, शशी रावत, द्रोपदी रावत, मनोरमा चमोली,जगदम्बा बिष्ट, मंजू बहुगुणा, मीना, कृष्णा चौहान, सतेश्वरी पोखरियाल, थपलियाल, अंजू रावत, पदमा रौतेला, ऋृषिका चौहान, रिकीं कुकरेती, शान्ति चौहान, मंजू रावत, रजनी कुकरेती, ऊमा खंडुरी, सुनीता, गीता बिष्ट, ऊषा सजवाण, अनीता नेगी, अनुपमा भारद्वाज, बंदना रावत, नीमा नेगी, आशा ध्यानी, चंदा राणा, बलवीर नेगी, गुलाब सिहं रावत, रामेश्वर पांडे, राजेन्द्र गुसाँई, उपेन्द्र. सकलानी, विनोद कोठियाल, सुरेन्दर चौहान, भगवती नौटियाल, कलम सिहं रावत, दयाराम मणौणी, सुरेन्दर सिहं नेगी, प्रवीन भारद्वाज, ओम् प्रकाश खंडूरी, गंगा प्रसाद सेमल्टी, सरोज देवी, आशीष पोखरियाल, पुनीत डबराल, सागर भंडारी, मनबीर सिहं, थरपाल सिहं जयाड़ा, रामकृष्ण जुगराण, जगदम्बा़ प्रसाद भट्ट, संतोष राणा, अभिषेक ठाकुर, नितिन बिष्ट, शिवसिहं, सचिन, मनबीर सिहं आदि दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हुए।