दो नेताओं में जुबानी जंग शुरू। सुबोध ने हरदा को बताया झूठ की मशीन। हरदा बोले, ये उजाडू बल्द नहीं महापापी बल्द हैं….
देहरादून। गैरसैण क़ो लेकर हरीश रावत और 2016 मे बीजेपी मे शामिल हुए कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग शुरु हो गई हैं। हरीश रावत ने सोशल मीडिया मे लिखा था कि, इन नेताओं की वजह से ही हम गैरसैण क़ो राजधानी नहीं बना सके।
देखें वीडियो:-
वही उसके बाद सुबोध उनियाल ने हरीश रावत क़ो झूठ बोलने की मशीन करार दिया और कहा कि हरीश रावत तो हमारे पार्टी छोड़ने के एक साल बाद भी सीएम ही थे, तब क्यों फैसला नहीं लिया।
वही सुबोध उनियाल के कटाक्ष पर अब हरीश रावत ने पलटवार करते हुए साफ कहा कि, ये उजाडू बल्द ( बैल ) नहीं महा पापी बल्द हैं। इन्होने तब सरकार क़ो डिस्टर्व किया और जिस एक साल की बात ये कह रहें हैं उसमे से 7 महीने तो अस्थिरता के ही थे, उनके अनुसार इन्हें पता था सरकार ने गैरसैण क़ो तमाम विकास कार्यों क़ो करने का काम शुरु कर दिया। इसलिए इन्होने सुनियोजित तरीके से तत्कालीन सरकार क़ो डिस्टर्ब किया।
गैरसैंण को लेकर जैसे ही हरीश रावत का बयान सामने आया तो उसे बयान पर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने भी पटवार किया। सुबोध उनियाल जो कि, 2016-17 में कांग्रेस से ही विधायक थे।
उनका कहना है कि, हरीश रावत जो भी कह रहे हैं वह सब झूठ है, ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था और अगर यह सब सही है तो सरकार उस पूरे घटनाक्रम के बाद भी यह कर सकती थी, उसके बाद भी हरीश रावत लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे।
उसके बाद सब कुछ सही रहा, तो फिर उन्होंने क्यों फिर से राजधानी गैरसैंण को नहीं बनाया। वही हरीश रावत ने सुबोध उनियाल के इस बयान पर अपना जवाब दिया है। उनका कहना है कि, क्या सुबोध उनियाल को सब कुछ नहीं पता था, उन्हें सब पता था।
इसीलिए उन्होंने हमारी सरकार को अस्थाई किया था ताकि हम यह सब नहीं कर सके। इसके साथ ही उन्होंने सुबोध उनियाल को महा पापी बल यानी की बैल बता डाला है। उनका कहना है कि, मैं तो सोचता था कि यह उजाडु बैल है, लेकिन अब मैं कह रहा हूं कि यह महा पापी बैल है।