देहरादून। उत्तराखंड में अभी विधायकों काे वेतन भत्ते के रूप में प्रतिमाह लगभग 2.90 लाख रुपये मिलते हैं। बढ़ती महंगाई को देखते हुए तदर्थ समिति ने विधायकों के वेतन-भत्तों के साथ ही उनके वैयक्तिक सहायक के वेतन में वृद्धि की संस्तुति की है।
पंचम विधानसभा का गठन होने के बाद गत वर्ष विधायकों की सदन एवं निर्वाचन क्षेत्र सेवा शर्ताें पर विचार के लिए तदर्थ समिति गठित की गई थी।
70 सदस्यीय उत्तराखंड विधानसभा के सदस्यों को अब प्रतिमाह वेतन-भत्ते के रूप में लगभग चार लाख रुपये मिल सकते हैं। बढ़ती महंगाई को देखते हुए तदर्थ समिति ने विधायकों के वेतन-भत्तों के साथ ही उनके वैयक्तिक सहायक के वेतन में वृद्धि की संस्तुति की है।
अभी तक विधायकों काे वेतन भत्ते के रूप में प्रतिमाह लगभग 2.90 लाख रुपये मिलते हैं। यद्यपि, यह सदन पर निर्भर करेगा कि वह तदर्थ समिति की संस्तुतियों को किस सीमा तक स्वीकार करता है।
विधायकों की सेवा शर्तों पर विचार के लिए समिति हुई थी गठित
पंचम विधानसभा का गठन होने के बाद गत वर्ष विधायकों की सदन एवं निर्वाचन क्षेत्र, सेवा शर्ताें पर विचार के लिए विधायक प्रीतम सिंह पंवार की अध्यक्षता में तदर्थ समिति गठित की गई थी।
समिति ने सभी पहलुओं पर विमर्श के बाद अपना प्रथम प्रतिवेदन सौंपा, जिसे सरकार ने बुधवार को मानसून सत्र के पहले सदन में प्रस्तुत किया।
विधायकों के वेतन में 20 हजार बढ़ोतरी की सिफारिश
यद्यपि, इसमें क्या-क्या संस्तुतियां की गई हैं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विधायकों के वेतन में लगभग 20 हजार की वृद्धि की सिफारिश की गई है। इसके अलावा विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र के भत्तों में ठीकठाक बढ़ोतरी की संस्तुति की गई है।
विधायकों को मिलने वाले वैयक्तिक सहायक का वेतन भी बढ़ाया गया है। सूत्रों ने बताया कि विधायकों को अतिरिक्त वैयक्तिक सहायक देने की मांग पर समिति ने सहमति नहीं जताई है।
भराड़ीसैंण में बनेगा माँ भराड़ी देवी का भव्य मंदिर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से गुरुवार को गैरसैंण (भराड़ीसैंण) स्थित मुख्यमंत्री आवास में जनपद चमोली के विभिन्न पत्रकार संगठनों के प्रतिनिधियों, वरिष्ठ पत्रकारों के शिष्टमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री धामी ने पत्रकारों की माँग पर गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में पत्रकारों के लिये रेस्टहाउस बनाए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने महानिदेशक सूचना को निर्देशित किया कि इस संबंध में तत्काल कार्ययोजना तैयार किया जाए।
मुख्यमंत्री ने सचिव संस्कृति एवं धर्मस्व हरिचन्द्र सेमवाल को निर्देश दिए कि गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में माँ भराड़ी देवी का भव्य मंदिर बनाया जाए एवं इसके लिए स्थानीय जनता एवं हितधारक तीर्थ पुरोहितों के सुझाव लिए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि गैरसैंण का सर्वांगीण विकास हो इसके लिए गैरसैंण (भराड़ीसैंण) भवन में सालभर विभिन्न प्रशिक्षण, वर्कशॉप, सेमिनार कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि गैरसैंण में सालभर चलने वाले कार्यक्रमों हेतु सचिव स्तर के अधिकारी को यह ज़िम्मेदारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षभर संचालित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मज़बूती मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसैंण को योग, ध्यान, अध्यात्म के केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भराड़ीसैंण में पुलिस आवास का निर्माण कार्य गतिमान है।
इस अवसर पर महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, चमोली जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष देवेन्द्र रावत, वरिष्ठ पत्रकार क्रांति भट्ट, रजपाल बिष्ट, दिनेश थपलियाल जगदीश पोखरियाल उपस्थित रहे।