बड़ी खबर: माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर डाउन। भारत समेत दुनियाभर के एयरपोर्ट पर मची अफ़रा-तफरी

माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर डाउन। भारत समेत दुनियाभर के एयरपोर्ट पर मची अफ़रा-तफरी

देहरादून। माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में अचानक आई गड़बड़ी आने से दुनियाभर में लोगों के कई जरूरी काम ठप पड़ गए। जहां माइक्रोसॉफ्ट में हुई गड़बड़ी से पूरी दुनिया की कंपनियों के कामकाज प्रभावित हुआ।

वहीं दुनियाभर की एयरलाइन्स का काम भी इससे बड़े स्तर पर प्रभावित हुआ है। सर्वर डाउन होने से एयरपोर्ट पर विमानों को उड़ान भरन में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

देशभर में इंडिगो, अकासा एयरलाइंस और स्पाइसजेट समेत कई एयरलाइंस ने भी काम में परेशानी की बात स्वीकारी है। एयरलाइन इंडिगो ने कहा कि नेटवर्क के सभी सिस्टम Azure के साथ चल रही समस्या से प्रभावित हैं। दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर चेक-इन समेत कई सारी ऑनलाइन सेवाएं काम नहीं कर रही हैं।

एयरलाइन की कौन-कौन सी सेवाएं प्रभावित

एयरलाइन का काम प्रभावित होने से एयरपोर्ट पर लंबी लाइने लग गई। हर कोई अपनी उड़ान के लिए इंतजार करता नजर आया. एयरपोर्ट पर वेटिंग टाइम भी बढ़ गया है, इसलिए लोगों को ज्यादा वक्त पहले एयरपोर्ट पहुंचने की सलाह दी जा रही है।

एक तरफ जहां लोगों ंको चेक इन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं लोग नए हवाई टिकट भी बुक नही कर पा रहे हैं. सर्वर डाउन होने की वजह से बड़े लेवल पर लैंडिंग भी प्रभावित हो रही है।

कई सारी फ्लाइट की उड़ाने भी रद्द होने की खबर आ रही है। इस वजह से पैसेंजर्स को अपनी मंजिल तक पहुंचने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मजबूरी में लोगों को हाथ से लिखा पास जारी किया जा रहा है।

इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा को अपने नेटवर्क पर ऑनलाइन चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं में व्यवधान का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्हें ‘ऑफलाइन’ माध्यम से काम करना पड़ा।

एयरलाइन्स कंपनियों ने क्या बताया

अकासा एयरलाइंस ने बताया कि मुंबई और दिल्ली एयरपोर्ट पर इसकी कुछ ऑनलाइन सेवाएं अस्थायी रूप से बंद रहेंगी। एयरलाइंस ने एक बयान में कहा कि कुछ समस्याओं के कारण, बुकिंग, चेक-इन और बुकिंग प्रबंधन सेवाओं सहित हमारी कुछ ऑनलाइन सेवाएं अस्थायी रूप से अनुपलब्ध रहेंगी। हालांकि इस दौरान मैन्युअल चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रिया चालू है।

वहीं स्पाइजेट ने कहा कि, हम फिलहाल हम उड़ान व्यवधानों पर अपडेट प्रदान करने में तकनीकी समस्या का सामना कर रहे हैं। हमारी टीम इस समस्या को हल करने में जुटी है। हमें हुई किसी भी असुविधा के लिए खेद है और समस्या के हल होने पर हम आपको जल्द अपडेट करेंगे।

एयर इंडिया का भी आया बयान

एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कहा कि सर्वर में आई दिक्कत की वजह से दुनिया की कई एयरलाइंस और एयरपोर्ट पर ऑनलाइन और एयरपोर्ट के संचालन को अस्थायी रूप से प्रभावित किया है। इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि जो लोग एयरपोर्ट आ रहे हैं, वे ज्यादा समय लेकर घर से निकलें।

एयर इंडिया की तरफ से यात्रियों को ये सलाह इसलिए दी जा रही है क्योंकि एयरपोर्ट पर लंबी लाइने लगी है.म। वहीं इस मामले में भारत सरकार ने भी माइक्रोसॉफ्ट से संपर्क किया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी भी इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी।

इन देशों में एयरलाइंस पर पड़ा सबसे ज्यादा असर

  • अमेरिका
  • भारत
  • ब्रिटेन
  • ऑस्ट्रेलिया
  • न्यूजीलैंड
  • सिंगापुर
  • फ्रांस
  • स्पेन

इन देशों की उड़ान सेवाएं प्रभावित

माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में आई दिक्कत का असर सिर्फ भारत की उड़ानों ही नहीं पड़ रहा है, बल्कि दुनियाभर के अलग-अलग देशों की उड़ाने प्रभावित हो रही है। भारत, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन , सिंगापुर और अमेरिका समेत कई देशों की विमान सेवाओं पर इसका असर पड़ा है।

सिंगापुर और हांगकांग एयरपोर्ट पर मैनुअल चेकिंग हो रही है, जिस वजह से लोगों को काफी वक्त एयरपोर्ट पर बिताना पड़ रहा है। फिलहाल दुनियाभर के एय़रपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल नजर आ रहा है. जबकि जर्मनी एयरपोर्ट पर टेक ऑफ बंद कर दिया गया है।

ये कोई साइबर हमला नहीं’, बोले क्राउडस्ट्राइक के सीईओ जॉर्ज कर्ट्ज

क्राउडस्ट्राइक के अध्यक्ष और सीईओ जॉर्ज कर्ट्ज ने ट्वीट किया, क्राउडस्ट्राइक उन ग्राहकों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है जो विंडोज होस्ट के लिए एक एकल सामग्री अपडेट में पाई गई खराबी से प्रभावित हैं।

मैक और लिनक्स होस्ट प्रभावित नहीं हैं। यह कोई सुरक्षा घटना या साइबर हमला नहीं है। समस्या की पहचान कर ली गई है, उसे अलग कर दिया गया है और उसका समाधान कर दिया गया है.”

माइक्रोसॉफ्ट सर्वर किस वजह से हो गया डाउन? बैंकिंग से लेकर IT सेक्टर सब ठप

दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस में आई टेक्निकल गड़बड़ियों की वजह से हलचल पैदा हो गई है. भारत, अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों में आईटी सिस्टम प्रभावित हुआ है।

इसकी वजह से एयरपोर्ट्स, बैंक, मीडिया और टेलिकॉम सेक्टर का काम ठप हो चुका है. अमेरिका की आपातकालीन सर्विस 911 तक बंद हो गई है. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि कई देशों में एयरलाइंस ने अब मैनुअली टिकट बुकिंग शुरू कर दी है।

माइक्रोसॉफ्ट सर्विस जैसे आउटलुक, वनड्राइव, वननोट, एक्सबॉक्स एप, माइक्रोसॉफ्ट टीम, पावरबीआई एंड माइक्रोसॉफ्ट फेबरिक, माइक्रोसॉफ्ट 365 एडमिन सेंटर, माइक्रोसॉफ्ट परव्यू और वीवा एंगेज जैसे सॉफ्टवेयर और ऐप सर्वर डाउन होने की वजह से प्रभावित हुए हैं।

इन सॉफ्टवेयर का जिन-जिन जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है, वहां काम ठप हो गया है. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस में इतनी बड़ी समस्या किस वजह से आई है।

क्या है माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने की वजह?

माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि सर्वर डाउन होने की शुरुआत गुरुवार (19 जुलाई) से हुई, जब Azure सर्विस को यूज करने वाले कई सारे कस्टमर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. Azure एक क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है, जो एप्लिकेशन और सर्विस के निर्माण, तैनाती और मैनेजमेंट की सर्विस मुहैया कराता है। Prem मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि Azure के बैकएंड इंफ्रास्ट्रक्चर में कॉन्फिगरेशन बदलाव की वजह से सर्वर डाउन हुआ होगा।

अपनी Azure क्लाउड सॉफ्टवेयर स्टेट रिपोर्ट साइट पर माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि सर्विस मैनेजमेंट ऑपरेशन और कनेक्टिविटी या सर्विस की उपलब्धता में परेशानी देखने को मिली है।

हालांकि, सर्वर डाउन होने की वजह और इसके पैमाने के बारे में स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं दी गई, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। कंपनी ने कहा है कि वह समस्या से निपटने के लिए काम कर रही है।

बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, सॉफ्टवेयर बनाने वाली साइबर सिक्योरिटी कंपनी क्राउडस्ट्राइक ने एक सॉफ्टवेयर अपडेट जारी किया, जो गलत हो गया। इसकी वजह से विंडो डिवाइस प्रभावित हुए और पीसी पर ब्लू स्क्रीन क्रैश दिखाने लगा।

बीबीसी के एक साइबर संवाददाता ने कहा, अगर यह विंडोज मुद्दा होता तो इसका असर ज्यादा बड़े पैमाने पर देखने को मिलता। क्राउडस्ट्राइक ने कंटेट डिप्लॉयमेंट से जुड़ी समस्या का पता लगा लिया है और जो गलती हुई थी, उसे सुधार लिया है।