वीडियो: सरेआम डॉक्टर की पिटाई। कोतवाली में हंगामा, देखें वीडियो….

सरेआम डॉक्टर की पिटाई। कोतवाली में हंगामा, देखें वीडियो….

हल्द्वानी। छात्र नेता ने छात्रसंघ अध्यक्ष और साथियों के साथ मिलकर शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. पुनीत के साथ मारपीट की है। आरोपियों ने घटना को उस वक्त अंजाम दिया, जब डॉ. पुनीत रेडिएंट हॉस्पिटल की OPD में मरीज देख रहे थे।

डॉक्टर का आरोप है।कि आरोपी उन्हें पीटते हुए खींचकर सड़क तक लाए और फिर उनके साथ मारपीट की. साथ ही जान से मारने और अपहरण करने की भी कोशिश की गई।

फिलहाल मुखानी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ लूट समेत अन्य गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर किया है। मारपीट की घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हुआ है।

हल्द्वानी में सरेआम डॉक्टर के साथ मारपीट

लोहरियासाल मल्ला निवासी डॉ. पुनीत कुमार ने पुलिस को तहरीर दी है. जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि बीती 5 जुलाई की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे वह मुखानी रोड स्थित अस्पताल में मरीजों को देख रहे थे, तभी छात्र नेता अपने साथियों के साथ कैबिन में घुसा और गालियां देने लगा। डॉ पुनीत कुछ समझ पाते इससे पहले ही छात्र नेता और उसके साथियों ने गिरेबान पकड़ कर उन्हें पीटना शुरू कर दिया।

आरोप है… इस बीच उक्त लोगों ने टेबल की दराज में रखे 40 हजार रुपये निकाल लिए और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए. डॉक्टर पुनीत किसी तरह बचकर मदद की गुहार लगाते हुए हॉस्पिटल से बाहर भागे, लेकिन आरोपियों ने उन्हें सड़क पर पकड़कर पीटना शुरू कर दिया।

डॉ पुनीत कुमार ने बताया है कि एक छात्र नेता ने छात्रसंघ चुनाव के दौरान उनसे चुनाव लड़ने के लिए रुपये मांगे थे, लेकिन उन्होंने रुपये देने से इंकार कर दिया था. उसी दिन विशाल ने धमकी दी कि थी कि वह उन्हें छोड़ेगा नहीं।

आरोप लगाया है कि.. घटना के दिन जब विशाल अस्पताल पहुंचा, तो उसने कहा कि ‘सुंदर नाम का मरीज जो अस्पताल में एडमिट है, वह मेरे कहने पर ही तेरे अस्पताल में एडमिट कराया गया था. अब मैं उसे डिस्चार्ज कराकर ले जा रहा हूं।

उसके इलाज के जो रुपये दिए हैं, उससे संतुष्टी कर. अब कोई रुपया नहीं मिलेगा, वैसी भी हम रुपये देने वालों में नहीं, बल्कि लेने वालों में से हैं, बस मान ले कि बाकी के बचे रुपये वही हैं, जो मैंने तुझसे पहले छात्र संघ चुनाव के दौरान मांगे थे।

डॉ पुनीत ने बताया कि आरोपी ऊंचे रसूख और राजनीतिक पहुंच वाले हैं. जिससे उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा है. ऐसे में पुनीत ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि घटना का वीडियो वायरल होने से वह मानसिक तौर पर परेशान हुए हैं और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा खराब हुई है।

वहीं,मुखानी पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की नई धाराओं 333, 309(4), 115(2), 352, 351(2), 351(3) व 191(2) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

छात्र नेताओं पर झूठे मुकदमे लगाने का आरोप_ छात्र नेताओं ने पुलिस को दिया ज्ञापन, मुकदमे वापस लेने की मांग..

हल्द्वानी में डॉक्टर से मारपीट के मामले में छात्र नेताओं के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है वही आज छात्र नेताओं ने पुलिस को ज्ञापन दिया जिसमें उन्होंने छात्र नेताओं पर लगे मुकदमे वापस लेने को कहा है।

इस दौरान कोतवाली में पहुंचे छात्र नेताओं ने जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाज़ी की और धमकाने के अंदाज़ में तत्काल मुकदमे निरस्त करने की मांग की गयी।

ज्ञापन में पुलिस को अवगत कराया गया है कि समाज व छात्र हितों के लिए कार्य एमबीपीजी कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष व सांस्कृतिक सचिव मनीकेत तोमर रैडियेंट हॉस्पिटल, बडी मुखानी, हल्द्वानी में सडक दुर्घटना में भर्ती अनुसूचित जाती के मरीज से मिलने एक तीमारदार के साथ पहुंचें।

कुमाँऊ के कई मरीज हल्द्वानी अपनी जमीन, गहने बेच कर हल्द्वानी उपचार के लिए आते हैं और यहाँ के डॉक्टरों द्वारा मनमानी फीस वसूली जाती है।

मनमानी फीस मांगने के उपरांत भी मरीज को उचित व्यवस्था नहीं प्राप्त होने के कारण सूरज भी डॉ पुनीत कुमार गोयल से चर्चा-वार्ता करने उनके कार्यलय गए।

डॉ पुनीत द्वारा चर्चा के शुरूआत से ही मरीज के प्रति असंवेदनशीलता दिखाई गई और उनके द्वारा सूरज व अन्य छात्रों से बदतमीजी कि गई। डॉ पुनीत द्वारा पूर्व में भी कई मरीजों व उनके तीमारदारों से अम्रदता व प्रताड़ित किया गया है।

हमारे छात्र संघ अध्यक्ष पर झूठे मुकदमे, लूटपाट जैसे आरोप लगाए गए हैं और उनकी छवि खराब करने का प्रयास अखबार के माध्यम से किया गया है। उन पर आपराधिक बिना किसी तथ्य व आधार पर धाराएँ लगाए गई है जो की सरासर गलत झूठे है। इन झूठे मुकदमों से छात्र आक्रोशित है और सूरज सिंह रमोला के समर्थन में आए हैं।

अगर सूरज सिंह रमोला एवं अनिकेत तोमर पर झूठे आरोप हटाए नहीं गए ओर मुकदमा निरस्त नहीं किया गए तो सारे एमबीपीजी कॉलेज की छात्र शक्ति सड़क पर उतरने के लिए और जिला प्रशासन का विरोध करने के लिए बाध्य होगी।

इस प्रकार के झूठे मुकदमों से समाज कार्य करने वाले समाजिक कार्यर्कताओं का मनोबल टूटेगा ओर मरीजों, तीमारदारों का शोषण करने वाले डॉक्टरों के होसैलें बुलंद होंगे।

ज्ञापन के माध्यम से छात्र नेताओं ने कहा है कि छात्र हितों वह समाज हितों को ध्यान में रखते हुए सूरज सिंह रमोला एवं सांस्कृतिक सचिव पर लगाए झूठ मुकदमे जो की निराधार है उसको निरस्त किया जाए।

सीओ ने कही यह बात

मामले में सीओ हल्द्वानी नितिन लोहनी ने बताया है कि, पुलिस द्वारा निष्पक्ष तरीक़े से पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।