कुदरत का कहर। लोगों के घरों में घुसा पानी, नदी नाले उफान पर, लोगों को हटाना शुरू
- खतरे के निशान से ऊपर अलकनंदा, कई लोगों की मौत
कोटद्वार। शनिवार को कोटद्वार में हुईं भारी बारिश लोगों के लिए आफत बनकर आई। भारी बारिश के कारण सिगड्डी में कई घरों में बारिश का पानी घुसने से लोगों का लाखों का सामान ख़राब हों गया।
नगर निगम द्वारा समय पर नालियों की सफाई नहीं करने के कारण नालियों का गन्दा पानी घरों में घुस गया। उधर दूसरी ओर पानी की निकासी नहीं होंने के कारण बारिश का पानी सड़कों पर बहता हुआ देखा गया, जिससे लोगों कों खासी दिक्क़तो का सामना करना पड़ा।
चमोली में नदी नाले उफान पर
चमोली जनपद में तीन दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से नदी नाले तूफान पर हैं। बारिश होने से पिंडर नदी सहित प्राणमती का जल स्तर भी बढ़ गया और थराली, सूना, देवलग्वाड़ जाने जाने वाला लकड़ी का अस्थाई पुल बह गया है।
वहीं कई स्थानों पर भूस्खलन जैसी समस्याएं बन गई हैं। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टिगत नदी-नालों के किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के निर्देश दिए हैं।
नदी किनारे बसे लोगों को हटाना शुरू
हल्द्वानी भारी बारिश के चलते नदी किनारे रहने वाले लोगों को निकालने का सिलसिला शुरू हो गया है। रक्सिया और कलसिया नाले के किनारे रह रहे लोगों को प्रशासन ने निकलना शुरू किया।
सिटी मजिस्ट्रेट AP बाजपेई नए लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के दिए निर्देश। मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान बताया है।
खतरे के निशान से ऊपर अलकनंदा नदी
मानसूनी बारिश में 13 लोगों की मौत, चार लापता
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए पुलिस-प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट हो रखा है। संवेदनशील इलाकों में पहले से ही SDRF को तैनात किया गया है। हालांकि इस बार भी अभी तक (6 जुलाई) मॉनसूनी बारिश के कारण 13 लोगों की जान जा चुकी है।
आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 12 लोगों के बहने के मामले सामने आए है, जिसमें 8 लोगों की लाश ही मिली है। वहीं चार लोग अभी भी लापता है। इसके अलावा दो लोगों की गड्डे में डूबने से मौत हुई है। वहीं तीन लोगों की जान भूस्खलन की चपेट में आने से हुई है।