4163 अपात्र किसानों को फिजूल में बांट दी पीएम किसान सम्मान निधि
- कृषि विभाग ने अब तक दो करोड़ 69 लाख रुपये की रिकवरी की।
PM Kisan Samman Nidhi: केंद्र सरकार की ओर से लघु किसानों को मिलने वाली प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ आयकर दाता, पेंशनर्स व पेशेवर पद पर बैठे लोग उठा रहे थे। यही नहीं, मृतक किसानों को भी सम्मान निधि मिल रही थी।
कृषि विभाग ने इसकी जांच कराई तो कुमाऊं में 4163 ऐसे अपात्र किसान मिले, जो पात्र लोगों का हक मार रहे थे। इनसे दो करोड़ 69 लाख रुपये की रिकवरी कर ली गई है।
भारत सरकार की ओर से लघु किसानों की आर्थिकी में सुधार लाने के लिए प्रति वर्ष कुल छह हजार रुपये के रूप में उन्हें किसान सम्मान निधि दी जाती है।
भारत सरकार ने बनाए मानदंड
इसके तहत किसानों के खातों में तीन किस्तों में दो-दो हजार रुपये डाली जाती है। किसानों को सम्मान निधि बांटने के लिए भारत सरकार ने मानदंड बनाए हैं।
इसके मुताबिक, इंजीनियर, डाक्टर, ग्राम प्रधान, विधायक, आयकर भरने वाले और 10 हजार रुपये से अधिक पेंशन लेने वाले किसान इस राशि को पाने के योग्य नहीं है, लेकिन कई लोग गलत तरीके से सम्मान निधि का लाभ उठा रहे थे।
इस पर राज्य सरकार ने किसानों के कई प्रमाणपत्रों की जांच कराई तो पता चला कि आयकर भरने वालों से लेकर मृतक किसानों तक सम्मान निधि ले रहे हैं।
अब तक कुमाऊं भर से चार हजार अपात्र चिह्नित किए जा चुके हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें तो अब भी हजारों किसान जांच के दायरे में हैं, जिनसे आगे भी रिकवरी की जानी है।
अल्मोड़ा में सबसे अधिक किसानों से हुई रिकवरी
कुमाऊं में सबसे अधिक अल्मोड़ा जिले में 1263 किसानों से पीएम सम्मान निधि की 80 लाख रुपये की रिकवरी की गई है।
जबकि दूसरे नंबर में पिथौरागढ़ जिले में 807 किसानों से 58 लाख रुपये की रिकवरी की गई है। कृषि विभाग की मानें तो अब भी कई किसानों के खातों से रिफंड आनी बाकी है।
अपात्र किसानों को चुनकर बैंक के माध्यम से राशि वापस ली जाती है। जिनके खातों में रुपये नहीं होते हैं, उनको नोटिस भेजकर रुपये वापस लिए जाते हैं।
इस जिले में इतने किसानों से हुई रिकवरी
- अल्मोड़ा – 1263 – 8081000
- बागेश्वर – 501 – 2432018
- चंपावत – 421 – 2024000
- नैनीताल – 432 – 2126500
- पिथौरागढ़ – 807 – 5896000
- यूएस नगर – 739 – 6403355.07