खास-खास को आवंटित हुए आवास। जरूरतमंदों की टूटी आस
पौड़ी जनपद के अंतर्गत श्रीनगर कोतवाली एक बार फिर से चर्चाओं में है। इस बार कोतवाली सरकारी कर्मचारियों को आवंटित किए जाने वाले आवासों को लेकर चर्चा में है।
यहां पर आवास आवंटन में जमकर बंदरबांट की गई है, और बिना वरीयता क्रम के ही आवास मात्र सिफारिश पर आवंटित किए गए हैं, जबकि पौड़ी पुलिस कप्तान के सख्त आदेश थे कि नियमों के अनुसार ही आवास आवंटित किए जाएं।
इसके बावजूद जिन महिला कांस्टेबलों के आवास बेहद जर्जर स्थिति में है और बरसात में पूरा कमरा पानी से भर जाता है अथवा ऐसी महिला कर्मचारी जो जर्जर टिनशेड में जीवन यापन को मजबूर हैं, उनको नजरअंदाज करके ऐसे-ऐसे कर्मचारियों को आवास आवंटित किए गए हैं जिनके पास पहले से ही अच्छे आवास थे।
इन आवंटन में बड़ी मात्रा में नियमों की अनदेखी हुई है। कई ऐसे पुलिस कर्मचारियों को भी आवास दे दिए गए हैं जो 15 – 16 सालों से मात्र कागजी खानापूर्ति के लिए कुछ समय के लिए अपने ऑफिस से बाहर ट्रांसफर होते हैं और फिर वापस उसी ऑफिस में ही आ जाते हैं।
कई कांस्टेबल और फॉलोअर सिफारिश न होने के चलते हाल मे आवंटित आवास से वंचित रह गए हैं। अंदर खाने पुलिसकर्मियों में सिफारिश पर हुए इन आवंटनों को लेकर काफी आक्रोश है और सूत्रों के अनुसार इसकी भनक पुलिस कप्तान के कानों तक भी पहुंच चुकी है।
बहरहाल यह देखने वाली बात होगी कि अपने आदेशों के इस तरह के मनमाने क्रियान्वयन को लेकर पुलिस कप्तान क्या कार्रवाई करते हैं !