नोएडा और ग्रेटर नोएडा में खाद्य विभाग ने कुल 18 अलग जगह से पनीर के सैंपल कलेक्ट किए और उन्हें लैब टेस्ट के लिए भेजा तो उनकी रिपोर्ट काफी हैरान कर देने वाली थी।
बताया जा रहा है कि पनीर को बनाने में इस्तेमाल करने वाले दूध से नेचुरल फैट निकाल दिया जाता है और उसमें चिकनाई बरकरार रखने के लिए रिफाइंड ऑयल का प्रयोग किया जा रहा है।
इस तरह का मिलावटी पनीर आपकी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक होता है। मिलावटी पनीर आपके पेट को खराब कर सकता है। ऐसे में उल्टी आना, अपच की समस्या होना एक आम बात हो जाती है।
इस समय बाजार में असली पनीर 420 से 450 रुपए प्रति किलो बिक रहा है जबकि मिलावटी पनीर जिसे सप्राटा पनीर भी कहते हैं वो ढाई सौ रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है।
ज्यादातर शादियों रेस्टोरेंट या बुक आर्डर में मिलावटी पनीर ही चलाया जाता है और लोग इसे खा भी रहे हैं। शादियों का मौसम हो या त्योहार का समय ऐसे पनीर सप्लायर द्वारा बेधड़क बेचे जाते हैं।
ऐसे करें पहचान
असली और नकली की पहचान के बारे में बताते हुए डेयरी के मालिक कहते हैं कि नकली पनीर हार्ड हो जाता है और रबड़ की तरह नजर आता है जबकि असली पनीर मुंह में घुल जाता है।
यह पनीर की पहचान का सबसे अच्छा तरीका है। आने वाले दिनों में दिल्ली एनसीआर में खाद्य विभाग की टीम में जगह-जगह रेड कर मिलावटी पनीर पर बड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयारी कर रही हैं।
ऐसे में ग्राहकों को भी जागरूक होना चाहिए और अपनी सेहत से समझौता नहीं करना चाहिए और असली और मिलावटी पनीर में फर्क समझना चाहिए