विश्व किडनी दिवस पर श्री महंत इंद्रेश अस्पताल ने चलाया जन जागरूकता अभियान
- श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में अब तक 25 रोगियों का सफल गुर्दा प्रत्यारोपण
- जागरूकता रैली निकालकर किडनी रोगों से बचाव का संदेश दिया
- अस्पताल की ओर से किडनी दानदाताओं को किया गया सम्मानित
देहरादून। विश्व किडनी दिवस के अवसर पर श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज़ एवं श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में नैफ्रोलाॅजी विभाग ने विभिन्न कार्यक्रम आयाजित किए। डाॅक्टरों एवम् मेडिकल छात्र-छात्राओं ने किडनी रोगों से बचाव पर जनजागरुकता रैली निकाली।
गुर्दा रोग विशेषज्ञों ने गुर्दा बीमारियों से सम्बन्धित विषयों पर मंथन कर बीमारी से बचाव, रोकथाम एवम् माॅर्डन उपचार तकनीकों पर जानकारियां सांझा की। काबिलेगौर है कि प्रत्येक वर्ष मार्च महीने के दूसरे गुरुवार को विश्व किडनी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
गुरुवार को श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हैल्थ साइंसेज़ के सभागार में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ यशबीर दीवान, एसजीआरआर मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ आर.के.वर्मा, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के किडनी रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ आलोक कुमार व वरिष्ठ यूरोलोजिस्ट डाॅ विवेक विज्जन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वरिष्ठ फिजीशियन डाॅ डोरछम ख्राइम ने सरस्वती वंदना से कार्यक्रम को आगे बढ़ाया।
मुख्य अतिथि डाॅ यशबीर दीवान ने किडनी रोग विभाग को शुभकामनाएं दीं। डाॅ आर.के.वर्मा ने कहा कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किडनी रोग विभाग है।
इस विभाग में वरिष्ठ एवम् अनुभवी गुर्दा रोग विशेषज्ञों की टीम की देखरेख में गुर्दा प्रत्यारोपण सहित अत्याधुनिक उपचार की सेवाएं उपलब्ध हैं।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के वरिष्ठ गुर्दा रोग विशेषज्ञ डाॅ आलोक कुमार ने विश्व गुर्दा दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने जानकारी दी कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अनियमित जीवन शैली व दूषित जल का उपयोग गुर्दा रोग बढने के प्रमुख कारक हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में अब तक 25 गुर्दा प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक हो चुके हैं। गुर्दा रोग विशेषज्ञ डाॅ विवेक रूहेला ने गुर्दा रोगों से जुड़े खतरों एवम् बचाव के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
यूरोलाॅजी विशेषज्ञों की टीम ने पथरी से सम्बन्धित बीमारियों पर पैनल परिचर्चा की। यूरोलोजिस्ट डाॅ विमल कुमार दीक्षित ने अपने सम्बोधन में जानकारी दी कि जिन क्षेत्रों में पानी में अधिक कैल्शियम की मात्रा होती है वहां पर किडनी रोगों की सम्भावना अधिक होती है जिसमें देहरादून भी शामिल है।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में सफलतापूर्वक गुर्दा प्रत्यारोपण करवा चुके रोगियों ने अपने अनुभव सांझा किए। मेडिकल स्टाफ ने किडनी रोगियों को बचाव एवं रोकथाम के बारे में मेडिकल टिप्स दिए।
मेडिकल छात्र-छात्राओं ने नुक्कड नाटक के माध्यम से स्वस्थ गुर्दे-उत्तम स्वास्थ्य का संदेश देकर जनजागरूकता की अलख जगाई। उच्च रक्तचाप एवम् गुर्दा रोगों से जुड़े मेडिकल विषय पर मेडिकल विशेषज्ञों ने पैनल परिचर्चा की।
डाॅ गौरव शेखर शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। मंच संचालन डाॅ आयूषी बसलियाल एवं डाॅ रिया रावत ने किया।
इससे पूर्व गुरुवार सुबह श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज परिसर से जनजागरूकता रैली निकाली गई।
गुर्दा रोग विभागाध्यक्ष, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल डाॅ आलोक कुमार ने हरी झण्डी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली में 200 से अधिक डाॅक्टरों, मेडिकल छात्र-छात्राओं व स्टाफ ने प्रतिभाग किया।
गुर्दा स्वस्थ रखने हेतु संतुलित आहार, उच्च रक्तचाप व मधुमेह को नियंत्रित रखें, स्वस्थ्य जल व हो साफ हवा तो होगा स्वस्थ शरीर, सब रोग होंगे दफा, गुर्दों के रोगों से हो सकता है।
बचाव अगर समय से जाएं डाॅक्टर के पास लिखे संदेश लेकर मेडिकल छात्र-छात्राओं ने गुर्दा स्वास्थ्य सबके लिए विषय पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने गुर्दा रोगियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जाहिर व गुर्दा रोगों से बचाव के महत्वपूर्णं टिप्स सांझा किये। अस्पताल की ओर से किडनी दानदाताओं को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डाॅ पुनीत कुमार ओहरी, डाॅ प्रेरक मित्तल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, डाॅ अजय पंडिता, चिकितसा अधीक्षक, डाॅ गौरव रतूड़ी, डाॅ ललित कुमार वाष्र्णेय, डाॅ पंकज मिश्रा, डाॅ नरदीप नैथानी, डाॅ नारायण जीत, डाॅ किन्नरी ए व्यास रावत, डाॅ एम.ए.बेग, डाॅ सीमा आचार्य, डाॅ सुलेखा नौटियाल, डाॅ निधि जैन, डाॅ शशि मुंजाल, सुषमा कोठियाल सहित मेडिकल छात्र-छात्राएं एवम् स्टाफ उपस्थित रहे।