बड़ी खबर: भर्ती के इंतजार में युवा परेशान। धरना जारी, दिया अल्टीमेटम

भर्ती के इंतजार में युवा परेशान। धरना जारी, दिया अल्टीमेटम

  • शिक्षक भर्ती केवल अखबारों में, डायट डीएलएड उत्तीर्ण युवाओं में मायूसी छाई

देहरादून। फरवरी की तमाम कैबिनेट बैठकों के बाद 4 मार्च को हुई कैबिनेट बैठक से भी बेसिक शिक्षक सेवा नियमावली नदारद रहने से प्रदेश भर के डायट डीएलएड उत्तीर्ण युवाओं ने नाराज़गी प्रकट की है।

गौरतलब है कि 11 अगस्त 2023 को माननीय सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद से 6 महीने से भी अधिक के इस समय अंतराल में भी नियमावली में संशोधन नही हो पाया है।

शिक्षा मंत्री के तमाम आश्वासनों के बाद भी कोई काम होता न दिखने पर डायट डीएलएड उत्तीर्ण युवा अपने संगठन के बैनर तले 22 फरवरी से बेसिक शिक्षा निदेशालय पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।

युवाओं का कहना है कि, उक्त समस्या के संदर्भ में वे शिक्षा मंत्री से कई बार मिल चुके हैं। मंत्री द्वारा युवाओं द्वारा दिए ज्ञापन पर अमल करने हेतु शिक्षा सचिव और शिक्षा निदेशक हेतु लिखित आदेश जारी किया गया था।

बावजूद इसके बेसिक नियमावली का कैबिनेट बैठक में शामिल न होना शिक्षा विभाग की सुस्त कार्य शैली और सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे नौनिहालों के प्रति संवेदनहीनता को प्रकट करता है।

प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद कोरोना के चलते हुए विलंब के कारण दो वर्ष का डीएलएड कोर्स पांच वर्ष में पूरा हो सका है।

लेकिन प्रदेश के बेसिक स्कूलों में ही 4000 से अधिक रिक्त पद होने के बावजूद प्राथमिक शिक्षक भर्ती ना निकलने से नाराज़ युवा स्वयं के और प्रदेश की 13 डायट में डीएलएड कोर्स कर रहे अन्य युवाओं के भविष्य के साथ-साथ प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के प्रति भी चिंतित नज़र आए।

धरना दे रहे युवाओं का कहना है कि, नया शिक्षा सत्र शुरू होने में अब एक माह से भी कम समय बचा हुआ है। युवाओं ने शासन को चेताया कि यदि आचार संहिता से पूर्व प्राथमिक शिक्षक भर्ती की विज्ञप्ति नही आई तो आगामी लोकसभा चुनाव में इसका परिणाम भुगतने को तैयार रहे।