हैवानियत: दो पत्नियों की हत्या, तीसरी के साथ जुल्म की हदें पार। चंद रुपयों में मासूम का सौदा, अबोध बच्ची की निर्मम हत्या

दो पत्नियों की हत्या, तीसरी के साथ जुल्म की हदें पार। चंद रुपयों में मासूम का सौदा, अबोध बच्ची की निर्मम हत्या

उत्तराखंड : रूह को झकझोर देने वाली यह कहानी फिल्मी नहीं बल्कि हकीकत है। दो पत्नियों की हत्या का आरोपी, तीसरी के साथ जुल्म की हदें पार, चंद रुपयों के लिए मासूम का सौदा, अबोध बच्ची की निर्मम हत्या…।

यह किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि साइको किलर संतोष की कड़वी सच्चाई है। पुलिस जांच में उसकी दरिंदगी की कहानियां जैसे-जैसे सामने आ रही हैं, सुनकर लोगों की रूह कांप जा रही है। उसके अपने ही दहशत में हैं। कोई इंसान ऐसी हैवानियत कैसे कर सकता है? ऊधमसिंहनगर के किच्छा में एक शख्स ने जो किया, वो सुनकर आप भी यही सवाल पूछेंगे।

इस शख्स ने पहले दो पत्नियों की हत्या की और तीसरी शादी कर तीसरी पत्नी को भी अमानवीय यातनाएं देने लगा। इतना ही आरोपी ने चंद रुपयों के लिए अपने नवजात बेटे को बेच दिया।

आरोपी की एक मासूम बेटी थी, लेकिन उसकी भी निर्ममता से हत्या कर दी गई। ये कहानी फिल्मी जरूर लगती है, लेकिन यही साइको किलर संतोष की जिंदगी की असली सच्चाई है।

पुलिस जांच में उसकी दरिंदगी की कहानियां सामने आईं तो हर किसी की रूह कांप गई। आरोपी संतोष किच्छा की प्रतापपुर कॉलोनी में रहता था। उसने अपनी दूसरी पत्नी केदल की हत्या कर लाश को नाले में गाड़ दिया और उसके बाद साली के साथ रहने लगा।

पहली पत्नी के बेटे की शिकायत पर पुलिस ने संतोष को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। जांच शुरू हुई तो पता चला कि दूसरों को तड़पा-तड़पाकर मारना संतोष का शौक है। बताया जाता है कि उसने अपनी पहली पत्नी को भी घर में जला दिया था। घटना का कोई गवाह नहीं था, इसलिए संतोष बच गया।

दूसरी पत्नी केदल को मारने से पहले उसने उसे खूब प्रताड़ित किया। उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड से वार किया गया था। केदल की हत्या के बाद वो यूपी गया और केदल की छोटी बहन को अपने साथ ले आया।

इधर संतोष की पहली पत्नी के बेटे ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। जिसके बाद पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। संतोष इलेक्ट्रिशियन है। उसकी पहली पत्नी का नाम रंभा था। रंभा की हत्या के बाद उसने केदल से शादी की और उसे भी प्रताड़ित करने लगा।

केदल की शिकायत पर संतोष तीन महीने तक जेल में बंद रहा था, बाद में जेल से लौटने पर उसने केदल को मार डाला और ससुराल में ये अफवाह फैला दी कि केदल किसी के साथ भाग गई।

बाद में आरोपी केदल की छोटी नाबालिग बहन को अपने साथ ले आया और उसे भी शारीरिक यातनाएं देने लगा। प्लास से उसके हाथ के नाखून तक खींच लिए।

आरोप है कि संतोष ने केदल से हुए बेटे को 10 हजार में बेच दिया था। जब केदल ने तीसरी संतान के रूप में बेटी को जन्म दिया तो आरोपी ने उसकी हत्या कर दी। फिलहाल साइको किलर संतोष पुलिस की गिरफ्त में है। uttarakhand psycho killer santosh के कारनामों ने पुलिस के होश उड़ाए हुए हैं।

उत्तराखंड के सबसे बड़े साइको किलर के बारे में जानकर आपकी भी रूह काँप जायेगी। वह दो पत्नियों की हत्या का आरोपित…।

तीसरे के साथ अमानवीय यातना की हदें पार कर दी हैं। नवजात बेटे को चंद रुपयों के लिए बेचना और फिर मासूम बेटी की निर्मम हत्या जैसे संगीन आरोप इसपर लगे हैं। पुलिस जांच में उसकी दरिंदगी की कहानियां जैसे-जैसे सामने आ रही हैं, सुनकर उसके अपने ही दहशत में हैं।

बेटे की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी से गड्ढा खुदवाकर तीन माह बाद बृहस्पतिवार को बरामद किया मृतका का शव। आए दिन पत्नी से लड़ाई-झगड़े से तंग आकर पति ने पत्नी की हत्या कर दी और शव पंतनगर थाना क्षेत्र में प्रतापपुर के पास सड़क किनारे नाले में गाड़ दिया।

बेटे की तहरीर पर बृहस्पतिवार को पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर उसी से गडढा खोदवाकर मृतका का सड़ा-गला शव बरामद कर लिया है। पुलिस शुक्रवार को पंचनामा और पोस्टमार्टम कराने सहित मामले का खुलासा कर सकती है।

किच्छा थाना क्षेत्रांर्गत प्रतापपुर कालोनी निवासी संतोष कुमार पेशे से मोटर मैकेनिक है। उसने अपनी पहली पत्नी संदिग्ध हालत में मौत हुई थी। जो आज भी राज बना है। जिसके बाद वह लगभग आठ वर्ष पूर्व बिहार से केदल नामक महिला को ब्याहकर घर ले आया था।

उसका पहली पत्नी से उदय और अभय नाम के दो बेटे हैं, जो उसी के साथ प्रतापपुर कालोनी में रहते हैं। उदय ने एक सप्ताह पूर्व किच्छा थाने में अपनी सौतेली मां की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और बृहस्पतिवार की देर रात मृतका का सड़ा-गला शव बरामद कर लिया।

केदल को पहली बेटी के जन्म के बाद जब दूसरा बेटा हुआ तो उसे 10 हजार में लालपुर की नर्स के माध्यम से बेच दिया। उसके बाद जब केदल को तीसरी संतान बेटी हुई तो गला घोंटकर हत्या कर दी। उसकी परिवार में इतनी दहशत थी कि कोई भी उसके सामने बोलने का साहस नहीं कर पाता था।

लगातार बढ़ रही यातनाओं के कारण ही उसके बड़े बेटे ने अपने रिश्ते के फूफा के घर पर शरण ली। वहीं से मामला पुलिस तक पहुंचा और साइको किलर संतोष दबोचा गया।