दुःखद: आतंकियों से मुठभेड़ में उत्तराखंड का लाल शहीद

आतंकियों से मुठभेड़ में उत्तराखंड का लाल शहीद

देश के साथ-साथ उत्तराखंड के लिए भी बेहद दुखद खबर सामने आ रही है। जम्मू में राजोरी की कोटरंका सब डिवीजन के केसरी हिल इलाके में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में शुक्रवार को पांच जवान शहीद हो गए।

इस दौरान उत्तराखंड के एक जवान भी शहीद हो गए।। जानकारी के अनुसार, जवान रुचिन सिंह रावत पुत्र राजेन्द्र सिंह, ग्राम कुनीगढ़, तहसील गैरसैंण ने शहादत दी है।

जम्मू कश्मीर के उधमपुर यूनिट में थे तैनात। 9 पैरा में कमांडो थे शहीद रुचिन रावत। एक जांबाज सैनिक रुचिन रावत पुत्र श्री राजेन्द्र सिंह रावत ग्राम कूनीगाड मल्ली (गैरसैंण-चौखुटिया)आज राजोरी सेक्टर जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गये।

इनके साथ भारतीय सेना के चार अन्य जवान भी मां भारती के लिए शहीद हो गए। यह दुखद समाचार मिलते ही समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। रूचिन सहित मां भारती के सभी सपूतों को विनम्र श्रद्धांजलि।

जानकारी के अनुसार शहीद अपने पीछे बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी व चार वर्षीय बच्चे को छोड़ गए। शहीद रुचिन जम्मू कश्मीर के उधमपुर यूनिट में तैनात थे। वे 9 पैरा में कमांडो थे।  वहीं, गैरसैंण एसडीएम कमलेश मेहता का कहना है कि अभी तक इस संबंध में तहसील प्रशासन को कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है।

प्राप्त हो रही जानकारी के अनुसार, सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष सूचना पर तलाशी अभियान चलाया।

इस दौरान जैसे ही संयुक्त टीमें संदिग्ध स्थान पर पहुंचीं, छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ शुरू हो गई। आतंकियों ने एक विस्फोटक उपकरण दागा जिसकी चपेट में आकर दो जवान शहीद हो गए और एक अधिकारी सहित चार घायल हो गए।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी मुठभेड़ में अब तक पांच जवान शहीद हो चुके हैं. सेना ने शुक्रवार (5 मई) को कहा कि राजौरी सेक्टर में चल रहे ऑपरेशन त्रिनेत्र में सुबह गंभीर रूप से घायल तीन जवानों ने दुर्भाग्य से दम तोड़ दिया।

इससे पहले सुबह दो जवान शहीद हो गए थे। घटनास्थल पर सेना का हेलीकॉप्टर भी उड़ते हुए देखा गया है। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह और एडीजीपी जम्मू मुकेश सिंह मौके पर मौजूद हैं।

सेना की उत्तरी कमान की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि उसके जवान पिछले महीने जम्मू क्षेत्र के भाटा धुरियां के तोता गली इलाके में सेना के ट्रक पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकवादियों के एक समूह के खात्मे के लिए लगातार खुफिया सूचना आधारित अभियान चला रहे हैं।

बयान में कहा गया कि राजौरी सेक्टर में कांडी वन में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशिष्ट सूचना के आधार पर तीन मई को संयुक्त अभियान शुरू किया गया था।

इसमें कहा गया कि, शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे तलाशी दल ने एक गुफा में छिपे आतंकवादियों के एक समूह को घेरा। चट्टानों और खड़े पर्वतीय क्षेत्रों से घिरा यह इलाका बेहद घना जंगली क्षेत्र है।

आतंकवादियों ने इसके जवाब में विस्फोट कर दिया। सेना की टीम में शामिल दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए और एक अधिकारी समेत चार जवान घायल हो गए। घायलों को उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया।

घायल अधिकारी मेजर रैंक के हैं. घायलों में से तीन जवानों ने बाद में दम तोड़ दिया। आसपास से अतिरिक्त टीमों को मुठभेड़ स्थल भेजा गया है। शुरुआती खबरों के अनुसार आतंकवादियों का एक समूह इलाके में फंसा हुआ है।

बयान में कहा गया कि, आतंकवादी समूह में भी हताहत होने की संभावना है और ऑपरेशन जारी है। इस बीच पीएएफएफ ने पुंछ हमले की जिम्मेदारी ली है।