चारधाम यात्रा और कोरोना के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने की SOP जारी। पढें….
देहरादून। चारधाम यात्रा 2023 को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एसओपी जारी की है। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने आदेश जारी किया है।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होने वाली है। वहीं, मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों में मौसम खराब रहने का अलर्ट जारी किया है। जिसे देखते हुए सरकार ने यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने स्वास्थ्य एडवाइजरी जारी की। उन्होंने कहा कि, चारधाम यात्रा में समस्त तीर्थ स्थल उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित हैं, जिनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मीटर से भी अधिक है।
उन स्थानों में यात्री अत्यधिक ठंड, कम आद्रता, कम हवा का दबाव और कम ऑक्सीजन की मात्रा से प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए एडवाइजरी का पालन जरूर करें।
देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। 22 अप्रैल से प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। जिसमें भारी संख्या में दूसरे राज्यों से श्रद्धालु यात्रा में आएंगे।
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड के अनुरूप व्यवहार का पालन करना होगा। जिसमें मास्क पहनना, सैनिटाइजर, कोविड लक्षणों पर जांच शामिल हैं।
यहां पढ़ें दिशा निर्देश
यात्रा से पहले ये करें तैयारी
अपनी यात्रा की योजना कम से कम सात दिनों के लिए बनाएं। खुद को वातावरण के अनुरूप अनुकूलन के लिए समय दें।
रोजाना 5-10 मिनट के लिए श्वास व्यायाम का अभ्यास करें
रोजाना 20-30 मिनट टहलें
यदि यात्री की आयु 55 वर्ष है या वह हृदय रोग, अस्थमा, उच्च रक्तचाप, या मधुमेह से ग्रस्त है, तो यात्रा के लिए फिटनेस सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य जांच करवाएं।
ये सामान रखें साथ
गर्म कपड़े जैसे- ऊनी स्वेटर, थर्मल, मफलर, जैकेट, दस्ताने, मोजे।
बारिश से बचाव के यंत्र- रेनकोट, छाता।
स्वास्थ्य जांच उपकरण- पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर।
हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह वाले यात्रियों के लिए सभी जरूरी दवा, परीक्षण उपकरणों और अपने घर के चिकित्सक का संपर्क यात्रा से पहले मौसम रिपोर्ट की जांच करें और अगर आपके डॉक्टर यात्रा न करने की सलाह देते हैं, तो कृपया यात्रा न करें।
यात्रा के दौरान ये बातें रखें ध्यान
स्वस्थ सतर्क सफल यात्रा: अपनी सुविधा के लिए यात्रा मार्ग के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा रखे गए संचार को देखें और सभी दिशा निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें।
मानचित्र का संदर्भ लें: चिकित्सा राहत केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल
उत्तराखंड चिकित्सा इकाई की पहचान करने के लिए इमारतों पर स्पष्ट नाम बोर्ड देखें।
यदि आप या आपके परिवार के किसी भी सदस्य को सीने में दर्द, सांस की तकलीफ (बात करने में कठिनाई), लगातार खांसी, चक्कर आना / भटकाव (चलने में कठिनाई), उल्टी, बर्फीली/ ठंडी त्वचा, शरीर के एक तरफ कमजोरी / सुन्नता जैसे लक्षणों में से कोई भी महसूस हो रहा है, तो कृपया तुरंत निकटतम चिकित्सा इकाई पर पहुंचें।
ये यात्री रखें विशेष ध्यान
55 वर्ष की आयु वाले यात्री, गर्भवती महिलाएं, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, और मधुमेह के इतिहास वाले यात्री अधिक मोटापे से ग्रस्त (> 30 बी.एम.आई)
कोई भी स्वास्थ्य सम्बंधित आपातकालीन घटना होने पर कृपया हमसे 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
यात्रा के दौरान शराब, कैफीनयुक्त ड्रिंक्स, नींद की गोलियां और मजबूत/ शक्तिशाली दर्द निवारक दवाओं का सेवन न करें, धूम्रपान से भी बचें।
यात्रा के दौरान कम से कम दो लीटर तरल पदार्थ पीएं और भरपूर पौष्टिक आहार लें।