कृषि विभाग का कारनामा। बंजर भूमि में घेरबाड के नाम पर फूंके लाखों रुपए
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
वीरोखाल। बात कृषि की हो या उद्यान विभाग की इनमें सरकार सबसे ज्यादा बजट दे रही है। कारण है पहाड़ो में बंजर पड़ते खेत। लेकिन विभागीय अधिकारियों व कुछ नेताओं की मिलीभगत से दोनों विभाग सरकारी धन को ठिकाने लगा रहे हैं।
मामला जनपद पौड़ी गढ़वाल के वीरोखाल ब्लॉक के डुमेला का है, जहाँ पर कृषि विभाग आजकल लाखो रुपये की लागत से सालों से बंजर पड़ी भूमि पर घेरबाड कर रहा है, जबकि न तो यहाँ की भूमि सिंचित है न आबाद।
वही इसी के नजदीक जिवई, कुंड, नोगांव, बंगार, सेरा की सिंचित व उपजाऊ जहां खेती होती है, लेकिन ये जगह कृषि विभाग के नेत्र हीन अधिकारियों को दिखती नही है।
इस मामले में हमारे द्वारा जिला कृषि अधिकारी पौड़ी ए, के चौधरी से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि, बंजर भूमि पर घेरबाड नही की जाएगी। जब हमारे द्वारा वीरोखाल के डुमेला में बजंर खेतों पर हो रही घेरबाड के बारे में जानकारी दी गई तो वे भी गोलमोल जबाब देने लगे।
इससे लगता है कि, ये घेरबाड राजनीतिक दबाब या फिर चायपानी की वजह से हो रही है।