यहां वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा निकालने पर आमजन और पुलिस की झड़प। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी
रिपोर्ट- सलमान मलिक
रुड़की। लंढौरा में वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा निकालने को लेकर करीब सात घंटे तक तनाव बना रहा। बाद में शोभायात्रा निकालने की अनुमति न मिलने पर वाल्मीकि समाज के लोगों ने भाजपा सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
लंढौरा में वाल्मीकि जयंती की शोभायात्रा निकालने को लेकर वाल्मीकि समाज के लोग प्रशासन से अनुमति मांग रहे थे। किसी कारणवंश शोभायात्रा की अनुमति नहीं मिल पाई। शुक्रवार को प्रशासन को सूचना मिली कि, बिना अनुमति के शोभायात्रा निकालने की तैयारी चल रही है।
जिस पर सीओ पंकज गैरोला और एसडीएम विजयनाथ शुक्ला के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। राज्य सभा सांसद कल्पना सैनी, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, विकास पाल, शोभाराम प्रजापति, अमीलाल वाल्मीकि आदि भाजपा नेताओं ने अधिकारियों से मिलकर वार्ता की।
एसडीएम और सीओ का कहना था कि, बिना अनुमति के किसी को भी नई प्रथा का आयोजन करने की इजाजत नहीं दी जा सकती। कई दौर की वार्ता होने के बाद जब कोई निष्कर्ष नही निकल पाया तो वाल्मीकि समाज के लोग शोभायात्रा निकालने की जिद पर अड़ गए। पुलिस ने मुख्य रास्तो पर बेरिकेडिंग लगा दी गई।
एक घंटे से अधिक समय तक शोभायात्रा निकालने को लेकर खींचतान चलती रही। इस दौरान कई बार पुलिस जवानों के साथ कुछ लोगों ने धक्का मुक्की भी की गई।
सीओ पंकज गैरोला और एसडीएम विजयनाथ शुक्ला ने कड़ी मशक्कत से लोगों को समझा बुझा कर शांत किया। अनुमति नहीं मिलने को लेकर समाज के लोगों ने भाजपा सरकार और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगए।
साढ़े पांच बजे के बाद मामला शांत हो पाया। तब जाकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली। इसदौरान कोतवाल राजीव रौथाण, एसओ अमरजीत, समेत कई सबइंस्पेक्टर मौजूद रहे।
कई थानों की पुलिस रही मौजूद
तनाव को लेकर मंगलौर कोतवाली के अलावा रुड़की, सिविल लाइन, गंगनहर, भगवानपुर थाना और लक्सर, झबरेड़ा समेत कई थानों की पुलिस रही मौजूद।
बैंड का सामान भी किया जब्त
शोभायात्रा निकालने के लिए दो बैंड किए गए थे। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस ने बैंड का का कुछ सामान जब्त कर लिया।