पूर्व सैनिकों के परिवार को भू-माफियों से जानमाल का ख़तरा। प्रशासन से लगाई गुहार
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
लैंसडाउन। एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिलाओं की सुरक्षा के साथ ही महिला सशक्तीकरण पर विशेष ध्यान दिए जाने के संदर्भ अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है।
वहीं दूसरी ओर लैंसडौन तहसील में भूमाफियों से पूर्व सैनिकों के परिवार की महिलाओं को अब डर सताने लगा है। अब पूर्व सैनिकों के परिवार ने प्रशासन से अपने परिवार को बचाने की गुहार लगाई है।
मामला लैंसडाउन तहसील का है, जहाँ पर भू माफियाओं से आम जनता परेशान व भयभीत है, जनता अपनी परेशानी को लेकर प्रशासन के पास जा रही है, लेकिन प्रशासन इतना भ्रष्ट है कि वो उल्टे ग्रामीणों को ही धमका रहा है।
भू माफिया की बढ़ती सक्रियता और परेशान, हैरान, डरी जनता सहमी हुई है। विगत दिनों में हमारे द्वारा लगातार प्रशासन व भू माफियाओं के खिलाफ खबरे दिखाने के बाद जनता अब प्रशासन नही बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर भरोसा करने लगी है व अपनी परेशानी को पत्रकारों को बता रही है।
आपको बता दें कि, प्रशासन में बैठे सभी लोग गलत नहीं है कुछ कर्मचारियों द्वारा ग्रामीण सैनिक परिवार को परेशान किया जा रहा है, ग्रामीणों ने अब हमसे संपर्क कर अपनी बात कही।
मामला लैंसडाउन विधानसभा/तहसील के कलड़ूंगी (धोभीघाट) ग्राम सभा की है, जहाँ पर एक सैनिक परिवार विगत 100 सालों से रह रहा है व उनके द्वारा पहाड़ को खोदकर एक सुंदर बगीचा बना दिया गया था जो उक्त भूमि पर खेती बाड़ी निवास करते हैं।
लेकिन अब भू माफिया इनको डरा धमका कर इनसे भूमि खाली कराना चाहते हैं वही पीड़ित परिवार ने इनकी शिकायत पटवारी व तहसीलदार लैंसडाउन से की लेकिन प्रशासन पहले ही भू माफिया से मिला हुआ है।
महिला साफ शब्दों में कह रही है कि, पटवारी तहसीलदार तक उनकी नही सुन रहे हैं। यदि उनके परिवार के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसके जिम्मेदार संजय सतीजा, रोशन उर्फ विष्णु होंगे।
उपजिलाधिकारी लैंसडाउन स्मृति परमार को पीड़ित परिवार ने लिखित शिकायती पत्र दिया है, जिसमे उनके द्वारा कहा गया है कि, यहाँ के दबंग भू माफिया रोशन उर्फ विष्णु व संजय सतीजा द्वारा लगातार उनके परिवार को डराया जा रहा है, उन पर भूमि खाली करने का दबाव बनाया जा रहा है।