यहाँ पशु चिकित्सालय पर लटका ताला। डाक्टर साहिबा व कर्मचारी नदारद, ग्रामीण परेशान
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
रिखणीखाल। जनपद पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल प्रखंड में स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय एवं गर्भाधान केंद्र में आये दिन पशु चिकित्सालय, पशु चिकित्साधिकारी व कर्मचारी गायब ही पाएं जाती हैं।
वहीं स्थानीय समाजसेवी देवेश आदमी ने जानकारी दी कि, इस केंद्र में डाक्टर साहिबा व उनके कर्मचारी अस्पताल बन्द करके बारिश का बहाना बना अपने-अपने घरों में आराम फरमा रहे हैं।
यह आज 07/10/2022 दोपहर 12 बजे की घटना है। सुबह से सात-आठ पशुपालक बैरंग लौट गये। यह लोग कई किलोमीटर दूर से आये थे। एक महिला ग्राम छडियाणी धूरा की थी, जिसने अपनी व्यथा पशुपालन केन्द्र में देवेश आदमी को बताई।
गांवों में आजकल लम्पी बीमारी से पशु बीमार हैं, लेकिन पशुपालन अस्पताल बन्द पडे है।
वहीं इस मामले में जब पशु चिकित्साधिकारी को फोन लगाया गया तो वह कहने लगी बाहर बारिश पड़ रही है, कैसे अस्पताल आऊँ तथा उनके अधीनस्थ कर्मचारी भी अपने घरों में हैं।
इन डाक्टर साहिबा की कई शिकायतें आती रहती हैं, लेकिन आदत से मजबूर है। ग्रामीणों को लगता है कि, राजनैतिक संरक्षण व सरकार का नकारापन व अनदेखी ही गायब रहने का मुख्य कारण हैं।
इन डाक्टर साहिबा की शिकायत करने पर यह थाना रिखणीखाल व महिला आयोग तक शिकायतकर्ता को खींचती है। कहती है कि, मुझे मानसिक दबाव व परेशान करते हैं। पूरे अस्पताल में ताले लटके हैं।
इन डाक्टर साहिबा के लिए नई बात नहीं है। यह डाक्टर पल्लवी जैसवाल कई सालों से इस केंद्र में जमी है। इन्हें हटाने वाला अभी तक कोई नहीं है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि, ऐसे निकम्मे कर्मचारियों को इस अस्पताल से बाहर खदेड देने में ही भलाई है।